Jharkhand: बाबूलाल मरांडी ने किया दावा, विपक्ष की जाति आधारित जनगणना की मांग का भाजपा की संभावना पर कोई असर नहीं

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को कहा कि देशभर में जाति आधारित जनगणना की विपक्ष की मांग का अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव तथा झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की संभावना पर कोई असर नहीं होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

भाजपा झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी
भाजपा झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी


जमशेदपुर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की झारखंड इकाई के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मंगलवार को कहा कि देशभर में जाति आधारित जनगणना की विपक्ष की मांग का अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव तथा झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की संभावना पर कोई असर नहीं होगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री मरांडी ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव दोनों में झारखंड में बेहतर प्रदर्शन करेगी और सत्ता में आई तो भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देगी, कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार करेगी, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू करेगी तथा समग्र विकास सुनिश्चित करेगी।

‘संकल्प यात्रा’ के तहत जमशेदपुर दौरे पर आये मरांडी ने कहा, ‘‘देशभर में जाति के आधार पर आरक्षण है। इसके अलावा राजनीतिक दलों की भी अपने सर्वेक्षणों के आधार पर क्षेत्र में बहुसंख्यक जाति के उम्मीदवार को खड़ा करने की नीति रही है।’’

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘इसलिए मुझे नहीं लगता कि देशभर में जातीय जनगणना की मांग का लोकसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा की संभावनाओं पर कोई असर पड़ेगा।’’

मरांडी ने कहा कि भाजपा के 27 प्रतिशत सांसद, विधायक और मंत्री अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों से हैं, वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल में आठ मंत्री भी इन्हीं श्रेणियों से हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी ओबीसी श्रेणी से हैं।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जाति आधारित जनगणना की मांग पूरी तरह कुछ राजनीतिक दलों के परिवारों को फायदा पहुंचाने के लिए की गयी है।’’

अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के संबंध में मरांडी ने कहा कि भाजपा अच्छा प्रदर्शन करेगी और जनता ने ‘‘झारखंड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल सरकार से छुटकारा पाने का मन बना लिया है’’।

उन्होंने आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन नीत सरकार राज्य में दुष्कर्म और हत्या की घटनाओं को रोकने में विफल रही है।

मरांडी ने कहा, ‘‘अगर हम सत्ता में आए, तो सबसे पहले संथाल परगना में एनआरसी लागू करेंगे, जहां जनसांख्यिकी तेजी से बदल रही है।’’










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