जम्मू-कश्मीर में सबकुछ पड़ा ठप, खतरे के मंडरा रहे बादल.. जारी हुई चेतावनी
जम्मू-कश्मीर में प्रकृति का कहर जारी है। यहां प्रकृति का आनंद लेने के लिये देश-दुनिया से पहुंचे पर्यटक अब घाटी में फंसकर रह गये हैं। सुरक्षाबलों की भी मुश्किलें पहले से और अधिक बढ़ गई है। ताजा हालात को देखते हुये प्रशासन ने चेतावनी जारी की है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें अब जम्मू-कश्मीर में आईं कौन से मुसीबत
श्रीनगरः जम्मू-कश्मीर में प्रकृति की तबाही का मंजर थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां लद्दाख क्षेत्र में भीषण बर्फबारी से हर तरफ बर्फ जमा हो गई है। इससे सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है। बर्फबारी के कारण लोग भी घरों में दुबककर रहने को मजबूर हैं। यहां राष्ट्रीय राजमार्ग कश्मीर घाटी एवं ऐतिहासिक मुगल मार्ग पर पिछले चार दिनों से हुई भारी बर्फबारी की वजह से आज शुक्रवार को पांचवे दिन भी यातायात पूरी तरह से ठप होकर रह गया है।
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यातायात पुलिस के मुताबिक यहां फलों से लदे ट्रक और खाली ईंधन के टैंकर समेत सैंकड़ों वाहन आज सुबह कश्मीर के विभन्न हिस्सों से जम्मू के लिये रवाना हुये। सुरक्षा बलों की गाड़ियों को विपरीत दिशा से जाने की अनुमति होगी। पुलिस के अनुसार राजमार्ग पर जा रहे लोगों और दूरस्थ गांवों के निवासियों को बताया गया है कि वे यात्रा शुरू करने से पहले यातायात नियंत्रण इकाई से संपर्क कर लें। ताकि उन्हें इस दौरान कोई परेशानी न हो और भारी बर्फबारी से होने वाले हिमस्खलन से उनकी जान बचाई जा सके।
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यहां बारिश तो हो ही रही है साथ ही हिमपात होने की भी आशंका बनी हुई है। इससे सड़क पर जान-माल को नुक्सान पहुंच सकता है। यातायात अधिकारी के मुताबिक लद्दाख क्षेत्र से कश्मीर को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग हिमपात और सड़कों की फिसलन भरी स्थिति के चलते सोमवार दोपहर से बंद है। राजमार्ग की देखरेख करने वाले सीमा सड़क सगंठन (BRO) ने राजमार्ग विशेषतौर पर जोजिला, मीनमार्ग एवं जीरो प्वाइंट से बर्फ हटाने के लिये मशीनों और श्रमिकों को लगा दिया है। सड़क से बर्फ हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है ताकि यातायात सुचारू रूप से संचालित हो सके।