DN Exclusive: करोड़ों की जमीन धोखाधड़ी मामले में पूछताछ शुरू, आजमगढ़ बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक मनोज मिश्रा के खिलाफ दर्ज है महराजगंज कोतवाली में संगीन धाराओं में मुकदमा
आजमगढ़ जिले में तैनात बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक मनोज मिश्रा व इनके परिवार के खिलाफ महराजगंज कोतवाली में पिछले महीने दर्ज हुई एफआईआर में जांच तेज कर दी गयी है। डाइनामाइट न्यूज पर पूरी खबर
महराजगंजः आजमगढ़ जिले में तैनात बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक निदेशक मनोज मिश्रा व इनके परिवार के खिलाफ दर्ज एफआईआर में विवेचना तेज कर दी गयी है। विवेचक द्वारा वादी से पूछताछ में कुछ अहम सुराग मिले हैं। आगे चलकर इस मामले में नया मोड़ आने संभावना है।
यह है मामला
पिछले महीने गोरखपुर जिले के बांसगांव थाने के भैरोपुर गांव निवासी जमीन कारोबारी अमलेश पांडेय ने महराजगंज कोतवाली थाने में एक एफआईआर दर्ज करायी थी। ये एफआईआर महराजगंज जिले के निचलौल थाना अंतर्गत परागपुर (पिपरपाती) निवासी उमाशँकर मिश्र, मनोज मिश्र, कंचनलता मिश्र तथा 10 अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या 56/2023 धारा 147, 419, 420, 406, 504 व 506 आईपीसी के अंतर्गत पंजीकृत हुई थी।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक अमलेश पांडेय बीसीडी प्रोजेक्ट के नाम से सुनीता पांडेय के साथ मिलकर जमीन खरीदने व बेचने का काम करते हैं। इन्होंने 2018 में महराजगंज क्षेत्र के धनेवा धनेई में आराजी संख्या 2828 रकबा 0.276 हेक्टेयर व आराजी संख्या 2830 रकबा 0.340 हेक्टेयर जमीन 2.25 करोड़ में खरीदने का एग्रीमेंट मनोज मिश्रा से किया, उस वक्त 33 लाख बैंक खाते में दे भी दिया लेकिन अब जमीन रजिस्ट्री करने से मिश्रा पक्ष इंकार कर रहा है। इसके बाद जमीन खरीदने-बेचने का यह मामला कोतवाली थाने की दहलीज पर आया है।
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इधर मनोज मिश्रा का पक्ष का कहना है कि अमलेश पांडेय ने एग्रीमेंट के मुताबिक न तो पूरा पैसा दिया और तय समय में जमीन की रजिस्ट्री करायी अब जब जमीन की कीमत पांच साल में बढ़ गयी तो ये चाहते हैं एफआईआर-एफआईआर खेलकर नाजायज दबाव बनायें और इनकी मनमाफिक पांच साल पहले तय पुराने रेट पर जमीन लिख दी जाय।
डाइनामाइट न्यूज़ को सूत्रों से मिली अंदरुनी जानकारी के अनुसार इस मामले में दोनों तरफ के आरोप-प्रत्यारोप के बीच आने वाले दिनों के करोड़ों की इस जमीन डील में बड़े खुलासे होने की संभावना है।