टोक्यो ओलंपिक: चार दशक बाद हॉकी में भारत की ऐतिहासिक जीत, जानिये क्यों यह कांसा भी सोना है भारत के लिये

डीएन ब्यूरो

खेलों के मबाकुंभ टोक्यो ओलंपिक में भारत ने इतिहास रच दिया है। भारत ने पुरुष हॉकी में 4 दशक का इंतजार खत्म करते हुए कांस्य पदक जीत लिया लेकिन यह मेडल भारत के लिये किसी भी मायने में स्वर्ण पदक से कम नहीं हैं। पढ़िये पूरी रिपोर्ट

भारतीय टीम ने जर्मनी को 5-4 से शिकस्त देकर रचा इतिहास
भारतीय टीम ने जर्मनी को 5-4 से शिकस्त देकर रचा इतिहास


नई दिल्ली: खेलों के मबाकुंभ टोक्यो ओलंपिक में गुरूवार को भारतीय टीम ने इतिहास रच दिया है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 4 दशक का इंतजार खत्म करते हुए रोमांचक मुकाबले में जर्मनी को मात देकर कांस्य पदक जीत लिया लेकिन यह ब्रांज मेडल भारत के लिये किसी भी मायने में स्वर्ण पदक से कम नहीं हैं। 

भारतीय हाकी टीम ने शानदार खेल के प्रदर्शन करते हुए जर्मनी को 5-4 से मात देकर कांस्य पदक पर कब्जा किया। हालांकि खेल की शुरूआत में भारत का प्रदर्शन कमजोर रहा लेकिन भारतीय खिलाड़ी जल्द ही इस कमजोरी से उबरे और उसके बाद मैदान पर शानदार प्रदर्शन किया। सिमरनजीत सिंह ने 2 गोल दागे। जर्मनी ने मैच के पहले मिनट में ही गोल किया था। जर्मनी ने दो और गोल करके भारत पर दबाव बना दिया।

टीम इंडिया ने जर्मनी के दबाव को जल्द ध्वस्त करते हुए खेल में जबरदस्त वापसी की और महज 2 मिनट में मैच को 5-4 की बढ़त पर ला दिया।  भारत को 5वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला था। लेकिन रुपिंदर पाल सिंह गोल करने में नाकाम रहे। लेकिन खेल के अंतिम क्षणों का भारतीय टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और रोमांचक मुकाबला 5-4 से जीत लिया। 

भारत के लिये यह जीत कई मायनों में बेहद ऐतिहासिक है। भारतीय पुरुष हाकी टीम ने 41 सालों बाद ओलंपिक में कांस्य पदक जीता, इसलिये इस पदक को किसी भी कीमत पर स्वर्ण पदक से कम नहीं माना जा रहा है।

टोक्यो ओलंपिक में भारतीय हाकी टीम द्वारा कांस्य पदक जीतने पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री समेत कई नेताओं और शख्सियतों ने दी टीम समेत देश को बधाई दी है। सोशल मीडिया पर आम लोगों द्वारा भी देश और हाकी टीम को बधाई दी जा रही है।










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