भारत, इराक ने व्यापार का तेल क्षेत्र से गैर तेल क्षेत्र में विविधीकरण करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की

डीएन ब्यूरो

भारत और इराक ने सोमवार को अपने व्यापार को और बढ़ाने तथा तेल क्षेत्र से गैर तेल क्षेत्र में इसका विविधीकरण करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। साथ ही दोनों देशों ने आर्थिक भागीदारी और प्रौद्योगिकी सम्पर्क बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया। पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: भारत और इराक ने सोमवार को अपने व्यापार को और बढ़ाने तथा तेल क्षेत्र से गैर तेल क्षेत्र में इसका विविधीकरण करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। साथ ही दोनों देशों ने आर्थिक भागीदारी और प्रौद्योगिकी सम्पर्क बढ़ाने के महत्व पर जोर दिया।

दोनों पक्षों ने बगदाद में भारत-इराक विदेश कार्यालय स्तर के विचार विमर्श के दूसरे चरण के तहत विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की। इसमें भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी एंड ओआईए) औसफ सईद ने किया, जबकि इराकी शिष्टमंडल का नेतृत्व वहां के विदेश मंत्रालय में राजनीतिक योजना मामलों के अवर सचिव हिशाम अल अलावी ने किया।

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, इस दौरान सईद ने ईरान के उप प्रधानमंत्री और तेल मंत्री हयान अब्दुल गनी, वहां के व्यापार मंत्री अथीर दाऊद सलमान, इराक के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कासिम अल अराजी तथा इराक के सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मिशान अल खराजी से भी भेंट की और आपसी हितों से जुड़े द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार दोनों पक्षों ने अपने दोस्ताना, गर्मजोशी से भरे पारंपरिक संबंधों को रेखांकित किया और राजनीति, आर्थिक, रक्षा, सुरक्षा, कारोबार, निवेश, विकास भागीदारी, छात्रवृत्ति कार्यक्रम, क्षमता निर्माण, सांस्कृतिक संबंध और लोगों के बीच सम्पर्क सहित सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की।

बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय कारोबार पर संतोष व्यक्त किया, जो वर्ष 2021-22 में 34 अरब डॉलर को पार कर गया है।

मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने अपने कारोबार का तेल क्षेत्र से गैर तेल क्षेत्र में विविधीकरण करने के तौर-तरीकों पर चर्चा की। भारत और इराक ने आर्थिक भागीदारी और प्रौद्योगिकी सम्पर्क के महत्व को रेखांकित किया और तेल, गैस, आधारभूत ढांचा, स्वास्थ्य सेवा, बिजली, परिवहन, कृषि, जल प्रबंधन, औषधि, आईसीटी, नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के अवसर पर चर्चा की।

 










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