दिल्ली चिड़ियाघर की पहली महिला निदेशक के रुप में रेनू सिंह ने संभाला कामकाज

जमिमा जोसफ

देश के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी महिला अधिकारी को मोदी सरकार ने राष्ट्रीय प्राणी उद्यान का निदेशक नियुक्त किया है।

कार्यभार संभालने के बाद रेनू सिंह
कार्यभार संभालने के बाद रेनू सिंह


नई दिल्ली: देश की मोदी सरकार ने नई दिल्ली के चिड़ियाघर की कमान आईएफएस अधिकारी रेनू सिंह को सौंपी है। 1997 बैच की यूपी कैडर की तेज-तर्रार मानी जाने वाली रेनू सिंह ने मंगलवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिय़ा।

यूपी की पहली अफसर

रेनू उत्तर प्रदेश कैडर की पहली अधिकारी हैं जिन्हें देश के सबसे बड़े चिड़ियाघर का डायरेक्टर बनने का मौका मिला है। इन पर पीएम नरेन्द्र मोदी की उम्मीदों के अनुरुप चिड़ियाघर को एक अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने की चुनौती होगी। कार्यभार ग्रहण करते ही उन्होंने चिड़ियाघर के सभी अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ बैठक की और भावी कार्ययोजनाओं पर चर्चा की।

कई पुरस्कार हैं इनके नाम

रेनू इससे पहले लखनऊ में मुख्य वन संरक्षक के पद पर तैनात थीं। ये लखनऊ के चिड़ियाघर की निदेशक भी रह चुकी हैं। नई दिल्ली के हिंदू कालेज से पढ़ीं रेनू सिंह को उत्कृष्ट सेवाओं के लिए देवी अवार्ड्स सहित कई अन्य पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इनके पति अमिताभ यश यूपी कैडर के 1996 बैच के आईपीएस अफसर हैं औऱ अभी वर्तमान में पुलिस महानिरीक्षक, रेलवे, लखनऊ के पद पर तैनात हैं। रेनू के पिता 1974 बैच के आईपीएस अफसर हैं और वे त्रिपुरा के पुलिस महानिदेशक रह चुके हैं।

अपने कार्यालय में चिड़ियाघर की नयी डायरेक्टर रेनू सिंह

पर्यटकों की सुविधा मेरी पहली प्राथमिकता

कार्यभार ग्रहण करने के बाद चिड़ियाघर की नवनियुक्त डायरेक्टर रेनू सिंह से डाइनामाइट न्यूज़ ने विशेष बातचीत की। इसमें उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस सोच के साथ उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है, उस पर वे पूरी तरह से खरा उतरने का प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि मेरा प्रयास होगा कि चिड़ियाघर घूमने आने वाले पर्यटकों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में चिड़ियाघर में टॉय ट्रेन चलवाने की वे कोशिश करेंगी ताकि बच्चे टॉय ट्रेन में बैठकर चिड़ियाघर घूमने का आनंद ले सकें।

नई दिल्ली का चिड़ियाघर

दिल्ली के चिड़ियाघर को राष्ट्रीय प्राणी उद्यान भी कहा जाता है। दिल्ली का चिड़ियाघर एशिया के सबसे अच्छे चिड़ियाघरों में एक है। यह इंडिया गेट के पास स्थित है। 1959 में बने इस चिड़ियाघर का डिजाइन श्रीलंका के मेजर वाइनमेन और पश्चिम जर्मनी के कार्ल हेगलबेक ने बनाया था। यह दिल्ली का प्रमुख पर्यटक स्थल है।

214 एकड़ में फैला है चिड़ियाघर

214 एकड़ में फैले इस जैविक उद्यान में जानवरों और पक्षियों की 22000 प्रजातियां और 200 प्रकार के पेड़ हैं। यहां विदेशी पशु-पक्षी भी हैं। यहां पर ऑस्टेलिया, अफ्रीका,अमेरिका और एशिया से लाए गए पशु-पक्षी भी देखे जा सकते हैं।

पुस्तकालय की भी सुविधा

चिड़ियाघर में एक पुस्तकालय भी है जहां से पेड़, पौधों, पशु-पक्षियों के बारे में जानकारी ली जा सकती है।










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