Himachal Pradesh: वाजपेयी सुशासन के प्रतीक थे
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन के प्रतीक थे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
शिमला: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन के प्रतीक थे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार हिमाचल प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता ठाकुर ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार आज सेवा, सुशासन और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए वाजपेयी के दिखाए रास्ते पर चल रही है।
वाजपेयी की जयंती पर यहां आयोजित ‘सुशासन दिवस’ कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए ठाकुर ने रिज में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में मरीजों को फल वितरित किए।
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मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वाजपेयी सरकार ने 'अंत्योदय' (समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान और विकास को सुनिश्चित करने) की विचारधारा का पालन करके सुशासन के नए प्रतिमान स्थापित किए थे।
विपक्ष के नेता ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार, वाजपेयी सरकार ने 1999 में अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए एक अलग जनजातीय कार्य मंत्रालय की स्थापना की थी और 2003 में अनुसूचित जनजाति के लिए एक राष्ट्रीय आयोग का गठन किया।
उन्होंने कहा, 'आज, मोदी सरकार 'सबका विकास' दृष्टिकोण की इस विरासत को आगे बढ़ा रही है और अनुसूचित जनजातियों को आर्थिक और सांस्कृतिक सहायता प्रदान करने के लिए विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं।'
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ठाकुर ने कहा कि सभी तरह के अंतरराष्ट्रीय दबावों को नजरअंदाज करते हुए, वाजपेयी सरकार ने राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए आतंकवादियों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ कर भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचय दिया।