

केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि सरकार सिनेमाई उत्कृष्टता हासिल करने के उद्देश्य से रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, विलक्षण प्रतिभा के धनी कलाकारों को प्रशिक्षण देने और युवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
पणजी: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि सरकार सिनेमाई उत्कृष्टता हासिल करने के उद्देश्य से रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने, विलक्षण प्रतिभा के धनी कलाकारों को प्रशिक्षण देने और युवाओं को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी युवाओं की ऊर्जा में विश्वास करते हैं और वह चाहते हैं कि उन्हें अधिक अवसर और मंच उपलब्ध कराया जाए।
वह गोवा में चल रहे भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई)-2023 के ‘फिल्म बाजार’ से इतर ‘75 क्रिएटिव माइंड्स ऑफ टुमॉरो’ खंड का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे।
यह इस खंड का तीसरा संस्करण है जिसमें 19 राज्यों से 75 युवा फिल्म निर्माताओं का चयन किया गया है।
ठाकुर ने कहा, ‘‘ नौ साल पहले स्टार्टअप के क्षेत्र में भारत कहीं नहीं था, लेकिन एक नयी नीति के चलते भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्टार्टअप पारिस्थितिकी के रूप में उभरा है और आज देश में एक लाख स्टार्टअप हैं।’’
उन्होंने कहा कि जब दुनिया कोविड-19 से जूझ रही थी तब भारत में 50 यूनिकॉर्न थे।
मंत्री ने कहा कि पहले मणिपुर, ओडिशा और मध्य प्रदेश जैसी जगहों से केवल सिनेमा के दर्शक आते थे, लेकिन अब वहां से फिल्म निर्माता भी आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार के भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के आयोजकों की सबसे बड़ी उपलब्धि उनका नेटफ्लिक्स, जी, अमेजन और अन्य बड़े हाउस के साथ समन्वय स्थापित करना है।
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