Gorakhpur: दारोगा धर्मेंद्र यादव के कारनामे से UP पुलिस और खाकी दागदार, दो सिपाहियों संग ऐसे बना लुटेरों की गैंग का सरगना, जानिये कैसे हुआ पर्दाफाश

डीएन ब्यूरो

गोरखपुर में सर्राफा कारोबारियों से लूट के मामले में सनसनीखेज खुलासों का सिलसिला जारी है। दरोगा ही इस लूटकांड मं शामिल पुलिस लुटेरों की गैंग का सरगना निकला है। डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट



गोरखपुर: अपराधों और अपराधियों पर अंकुश लगाने वाली पुलिस यदि खुद ही अपराधों में संलिप्त हो जाए तो खाकी का दागदार होना स्वाभाविक है। लूट, चोरी और तमाम तरह के आपराधिक मामलों में पुलिस अक्सर जनता की मददगार बनती है लेकिन एक ताजा मामले में खाकी की आड़ में कुछ पुलिस वालों ने जो गुंडई दिखाई उससे यूपी पुलिस भी शर्मसार है। गोरखपुर पुलिस ने एक लूटकांड का पर्दाफाश करते हुए सनसनीखेज खुलासा किया है। इस लूटकांड को एक भ्रष्ट दरोगा और दो सिपाहियों समेत 6 लोगों ने अंजाम दिया था। 

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दो सर्राफा कारोबारियों से वर्दी वाले गुंडों की लूट की कहानी ने सबकों हैरान कर दिया है। कारोबारियों से 18 लाख की नकदी और सोने-चांदी के लूट के मामले में गोरखपुर पुलिस ने लूट की घटना करने वाले 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। इस लूट कांड को अंजाम देने वालों में धर्मेन्द्र यादव यूपी पुलिस में बतौर दरोगा (सब-इंस्पैक्टर) तैनात है। जबकि महेन्द्र यादव और संतोष यादव भी यूपी पुलिस में बतौर सिपाही (आरक्षी) तैनात हैं। अन्य अभियुक्तों में देवेन्द्र यादव,शैलेश यादव और दुर्गेश अग्रहरी शामिल है। 

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सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि इस लूटकांड में गिरफ्तार किया गया यूपी पुलिस का दरोगा महेन्द्र यादव इस लुटेरी गैंग का सरगना निकला। महेन्द्र यादव की घिनौनी करतूत से यूपी पुलिस और खाकी दागदार हो गयी है। गिरफ्तार किये गये दरोगा और दो सिपाहिये समेत सभी लुटेरों से 19 लाख की नगदी, 16 लाख का सोना-चांदी और बोलेरो बरामद की गयी।

गोरखपुर में बुधवार को दो सर्राफा कारोबारियों से पुलिस की वर्दी पहने दो लोगों ने 18 लाख की नगदी और जेवर लूट थे। इस मामले में सर्राफा कारोबारियों की तहरीर पर पुलिस वर्दीधारी लुटेरों की तलाश में जुट गई थी। जांच में जुटी पुलिस ने जब अपराधियों तक पहुंचने के लिये सीसीटीवी कैमरों की फुटेज समेत तमाम तरह की कड़ियों को जोड़ना शुरू किया तो इसका अंत वहां जाकर हुआ जिसकी कल्पना कभी पुलिस ने भी नहीं की थी। सारे साक्ष्यों और कडियों के आधार पर गोरखपुर पुलिस आरोपी दारोगा और उनके साथियों तक पहुंची और मामले का सनसनीखेज तरीक से खुलासा हुआ। 

गोरखपुर के एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने कहा कि आरोपी दारोगा और उनके साथियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। इसके अलावा पुलिस आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत भी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।

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बता दें कि महाराजगंज के निचलौल निवासी दो सर्राफा कारोबारी दीपक वर्मा और रामू वर्मा बुधवार सुबह रोडवेज से गोरखपुर बस स्टैंड आए और यहां से लखनऊ जाने के लिए जनरथ में बैठे थे। इस दौरान दो शख्स पुलिस की वर्दी पहने बस में चढ़े और पूछताछ के लिए दोनों कारोबारियों को नीचे उतार लिया। वहां से दोनों वर्दीधारी अपने को पुलिस बताते हुए ऑटो रिक्शा में बैठाकर नौसढ़ थाना क्षेत्र के एक गांव के पास लाए और मारपीट कर उनसे 18 लाख रुपये नगद और सोने के जेवर लूटकर फरार हो गए। 

लूट की घटना के बाद पीड़ित कारोबारियों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। इस दौरान पुलिस ने गुरुवार को मामले का पर्दाफाश करते हुए आरोपी दारोगा और उसके सहयोगी दो सिपाहियों को लूट के सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दरोगा मूल रूप से बस्ती जिले का निवासी है, अपने अन्य सहयोगियों के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया। 
 










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