विदेश मंत्री जयशंकर छह दिनों के लिये जाएंगे दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया, जानिये पूरा कार्यक्रम

डीएन ब्यूरो

विदेश मंत्री एस. जयशंकर केपटाउन में पांच देशों के समूह ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बृहस्पतिवार से दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

विदेश मंत्री जयशंकर एक से छह जून तक दक्षिण अफ्रीका  की यात्रा करेंगे
विदेश मंत्री जयशंकर एक से छह जून तक दक्षिण अफ्रीका की यात्रा करेंगे


नयी दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर केपटाउन में पांच देशों के समूह ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बृहस्पतिवार से दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय यात्रा पर जाएंगे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विदेश मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के बाद चार से छह जून तक वह नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे।

मंत्रालय के अनुसार, ‘‘ विदेश मंत्री केपटाउन में ब्रिक्स के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए एक से तीन जून तक दक्षिण अफ्रीका की यात्रा करेंगे।’’

ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ लाता है। यह वैश्विक आबादी के 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है।

केपटाउन में ब्रिक्स बैठक में हिस्सा लेने के अलावा जयशंकर अपने दक्षिण अफ्रीकी समकक्ष नालेदी पांडोर के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे।

वह दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे और उनके ब्रिक्स के अन्य विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने और 'फ्रेंड्स ऑफ ब्रिक्स' में हिस्सा लेने की उम्मीद है।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर केपटाउन में भारतीय प्रवासियों के साथ भी बातचीत करेंगे। नामीबिया की उनकी यात्रा भारत के किसी विदेश मंत्री द्वारा इस अफ्रीकी देश की पहली यात्रा होगी।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, ‘‘ यात्रा के दौरान विदेश मंत्री देश के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे और सरकार के अन्य मंत्रियों से भी मिलेंगे।’’

मंत्रालय के अनुसार, जयशंकर संयुक्त आयोग की बैठक के उद्घाटन सत्र की सह-अध्यक्षता नामीबिया के उप प्रधानमंत्री नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह के साथ करेंगे। वह नामीबिया में बसे भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे।

मंत्रालय के अनुसार, ‘‘ विदेश मंत्री की दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया की यात्रा से इन दोनों देशों के साथ भारत के मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के और गहरा होने की उम्मीद है।’’










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