

आईपी के डिजाइन और निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने से एक ‘उत्पाद’ राष्ट्र के रूप में भारत का उदय होगा। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सचिव एस कृष्णन ने बृहस्पतिवार को यह जानकरी दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नयी दिल्ली: आईपी के डिजाइन और निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने से एक ‘उत्पाद’ राष्ट्र के रूप में भारत का उदय होगा। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सचिव एस कृष्णन ने बृहस्पतिवार को यह जानकरी दी।
उन्होंने देश में इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद डिजाइनरों से उत्पादों को डिजाइन करने में समावेशिता, सौंदर्यशास्त्र और उपयोगकर्ता अनुभव जैसे पहलुओं को प्राथमिकता देने के लिए प्रोत्साहित किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक कृष्णन ने सीआईआई और विश्व डिजाइन संगठन द्वारा आयोजित ‘23वें भारत डिजाइन शिखर सम्मेलन और पुरस्कार कार्यक्रम’ को संबोधित करते हुए कहा कि डिजाइन तत्व उत्पादों में पर्याप्त मूल्य जोड़ते हैं, खासकर इलेक्ट्रॉनिक्स और डिजिटल क्षेत्र में।
उन्होंने डिजिटल युग में डिजाइन तत्व का महत्व समझाते हुए कहा कि 1,000 अमेरिकी डॉलर के आईफोन के लिए वेंडरों को लगभग 250 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया जाता है, जबकि डिजाइनरों को पर्याप्त राशि मिलती है।
भारत में एप्पल विनिर्माण का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हमारा लक्ष्य है कि कम से कम 20-25 प्रतिशत एप्पल आईफोन भारत में बने। साथ ही मूल्यवर्धन वर्तमान में लगभग 12-15 प्रतिशत से बढ़कर 30-35 प्रतिशत तक हो जाए।’’
उन्होंने कहा कि भारत में विनिर्माण मूल्य श्रृंखला भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, क्योंकि यहां बड़े कारखाने खुल रहे हैं, जिनसे बड़ी संख्या में नौकरियां मिल रही हैं।
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