बेसिक शिक्षा अधिकारी के गोद लिए विद्यालय में दूसरी बार चोरी

डीएन संवाददाता

टीसी प्राथमिक विद्यालय में जिस तरीके से पहले ऑफिस के बाद बाकी कमरों का ताला खोला गया था, ठीक उसी प्रकार बिंलदा के जूनियर हाईस्कूल में हुई चोरी में चोरों ने वही पैटर्न अपनाया है।

बिलन्दा गांव का जूनियर हाईस्कूल द्वितीय विद्यालय में चोरी के बाद की तस्वीर
बिलन्दा गांव का जूनियर हाईस्कूल द्वितीय विद्यालय में चोरी के बाद की तस्वीर


फतेहपुर: बेसिक शिक्षा अधिकारी फतेहपुर द्वारा गोद लिये गये बिलन्दा गांव के जूनियर हाईस्कूल द्वितीय विद्यालय में फिर चोरी की वारदात सामने आई है। इस थाना क्षेत्र के विद्यालयों में दो महीने के भीतर चोरी की यह दूसरी घटना है। ताजे मामले में विद्यालय के ऑफिस सहित कई कमरों का ताला तोड़कर 2 पंखे, 2 भगोने सहित कुछ सरकारी अभिलेख चोरी हो गये है। ग्रामीणों की सूचना पर इसकी जानकारी विद्यालय के हेड मास्टर को दी गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना स्थल का मुआयना किया।

चोरों ने अपनाया वही पैटर्न

बता दें कि 28 जून 2017 को चोरी होने के बाद बीती रात 6 अगस्त को चोरों ने इसी विद्यालय को फिर से अपना निशाना बनाया। 15 दिन के भीतर एक ही थाना क्षेत्र में 2 बार चोरी हुई हैं। पहली चोरी टीसी प्राथमिक विद्यालय में 15 दिन पहले हुई थी। डाइनामाइट न्यूज ने इसकी खबर प्रमुखता से लिखी थी।

टीसी प्राथमिक विद्यालय में जिस तरीके से पहले ऑफिस का ताला तोड़कर उसके बाद बाकी कमरों का ताला खोला गया था,  साथ ही विद्यालय के ऑफिस में चोरों द्वारा शौंच क्रिया भी की गई थी, ठीक उसी प्रकार बिंलदा के जूनियर हाईस्कूल में हुई चोरी में चोरों ने वही पैटर्न अपनाया है।

घुमन्तू जाति के लोगों पर शक

बिलन्दा विद्यालय के बगल में कई महीनों से घूमन्तू जाति के लोग डेरा डाले हुये हैं। 28 जून को हुई चोरी में भी विद्यालय स्टॉफ ने घुमन्तू जाति के लोगों पर चोरी की शंका व्यक्त की थी। पुलिस ने उन घूमन्तू वर्ग से पूछताछ भी की है जिस पर उन लोगों ने चोरी की बात स्वीकार नहीं की है।

पुलिस के लिए पहेली बनी चोरी

डायनामाइट न्यूज से बातचीत के दौरान हंसवा चौकी इंचार्ज ने बताया कि, हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे है, पर जिस तरीके से लगातार चोरियां हो रही हैं वो चिंता का विषय, उन्होंने एक बार फिर विद्यालय स्टॉफ के ऊपर ही चोरी की शंका व्यक्त की है। प्रश्न यह है कि लगातार हो रही चोरियों को पुलिस रोक क्यों नहीं पा रही हैं? बिलन्दा का विद्यालय नेशनल हाइवे के बगल में ही स्थित है। पुलिस की  गस्ती गाडियां रात में आखिर किस तरह से गस्त लगाती हैं। यह प्रश्न फतेहपुर की पुलिसिंग व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।










संबंधित समाचार