VIDEO: मानवता हुई शर्मसार, स्वास्थ्य सेवाओं की खुली पोल, महिला ने इस तरह दिया बच्चे को जन्म

डीएन ब्यूरो

यूपी में मानवता को झकझौर कर रख देने वाला एक मामला सामने आया है। फोन करने के घंटों बाद भी जब स्वास्थ्य विभाग द्वारा एम्बूलेंस नहीं पहुंचाई गयी तो विविश महिला ने बच्चे को जिस तरह से जन्म दिया, वह हैरान करने वाला है। पढिये, पूरी कहानी..

सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर


एटा: जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। हैरान करने वाली बात यह सरकारी विभाग को तो छोड़िये, निजी अस्पताल की महिला चिकित्सक ने भी एक लाचार प्रसूता के दर्द को नहीं समझा। फोन करने के घंटों बाद तक भी दर्द से सराहती महिला की मदद के लिये सरकारी एंबुलेंस नहीं पहुंची। सरकारी विभागों की उदासीनता के चलते आखिरकार एक प्रसूता ने खुले आसमान के नीचे सरेराह ही बच्चे को जन्म दे दिया।

खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म देने वाली महिला कोतवाली क्षेत्र देहात के अम्बारी गांव की रहने वाली है। और यह मामला पुलिस लाइन के पीछे उस जेल रोड़ का है, जहां महिला ने बच्ची को रास्ते में जन्म दिया।  

जानकारी के मुताबिक कोतवाली क्षेत्र देहात की रहने वाली प्रसूता के पति धर्मवीर ने बच्चे के जन्म के लिये दर्द से छटपटा रही अपनी पत्नी को अस्पताल पहुंचाने के लिये एम्बुलेंस सेवा के लिये कॉल की। घंटों के इंतजार के बाद भी जब उसे एम्बुलेंस सुविधा नही मिली तो वह थक-हारकर प्रसूता को लेकर जेल रोड पहुंचा। प्रसूता की हालत रास्ते में खराब होने लगी। जिसके बाद उसने अपनी पत्नी को जेल रोड पर ही एक महिला चिकित्सक से भर्ती कराने को कहा। लेकिन महिला डॉक्टर ने कोरोना के नाम पर दर्द से कराह रही प्रसूता को भर्ती कराने से मना कर दिया। 

इसी बीच दर्द से छटपटाती महिला पुलिस लाइन के पास ही खुली जगह में लेट गयी, जहां थोड़ी देर बाद उसने खुले आसमान के नीचे ही एक बेटी को जन्म दिया। 

महिला को एम्बूलेंस की सुविधा उपलब्ध न कराने को लेकर चिकित्सा विभाग की यह लापरवाही ठीक उस समय उजागर हुई, जब राज्य के आयुष एवं चिकित्सा विभाग के राज्य मंत्री अतुल गर्ग गुरूवार को खुद एटा के दौरे पर थे। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में स्वास्थ्य विभाग को लेकर खासा रोष देखा जा रहा है। 










संबंधित समाचार