Dynamite Alert: दिल्ली के ट्रिपल मर्डर के चश्मदीद से सुनिये खौफनाक कहानी

डीएन ब्यूरो

गुनाहो के बिस्तर पर सोता दिल्ली शहर, बुधवार को ट्रिपल मर्डर की एक ऐसी सनसनीखेज खबर से जाग उठा जिसने दिल्ली के साथ पूरे देश को सन्न कर दिया। नेब सराय के उस ट्रिपल मर्डर की जिसके खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है। घटना के बाद से ही सभी के मन में एक ही सवाल गूंज रहा था कातिल आखिर है कौन? डाइनामाइट अलर्ट के इस एपीसोड में देखिये ट्रिपल मर्डर पर बड़ा खुलासा



नई दिल्ली: वो बेटा जिसे मा-बाप ने 20 साल तक पाल पोस के बड़ा किया उसकी हर छोटी से लेकर बड़ी जरुरत को अपनी जिम्मेदारी माना लेकिन बेटे ने बदले में मा-बाप को ऐसा एनिवर्सरी गिफ्ट दिया जिसने सबकी रुह को कपा दिया। 

डाइनामाइट अलर्ट के इस एपीसोड में देखिये ट्रिपल मर्डर पर बड़ा खुलासा।

गुनाहो के बिस्तर पर सोता दिल्ली शहर, बुधवार को ट्रिपल मर्डर की एक ऐसी सनसनीखेज खबर से जाग उठा जिसने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ पूरे देश को सन्न कर दिया। 

हम बात कर रहे दिल्ली के नेब सराय के उस ट्रिपल मर्डर की जिसके खुलासे ने सभी को हैरान कर दिया है। घटना के बाद से ही सभी के मन में एक ही सवाल गूंज रहा था आखिरकार एक हस्ते खेलते परिवार को मौत की नींद सुलाने वाला कातिल आखिर है कौन?

डाइनामाइट न्यूज़ की टीम ने मौके पर पहुंचकर वारदात का जायजा लिया और पड़ोसियों से जब हमने वारदात के बारे में बात की पहले तो लोग कैमरे पर बोलने से बचते दिखाई दिये, लेकिन पड़ोस में रहनी वाली मंजू गुप्ता ने डाइनामाइट न्यूज़ के कैमरे पर बड़ा खुलासा किया और कहा  इलाके में सुरक्षा के लिहाज से ना तो कोई सीसीटीवी कैमरा लगे है ना ही कोई पुलिस व्यवस्था सब कुछ यंहा बस राम भरोसे हैं। पुलिस जिस तरह से मामले को प्रॉपर्टी विवाद से जोड़ रही हैं ऐसा कुछ नहीं हैं, ये काफी शांत स्वभाव वाले लोग थे कभी इलाके मे किसी से कोई झगड़ा तक नहीं हुआ, वारदात से पूरा इलाका सन्न हैं कि आखिर वारदात के पीछे हैं कौन?  

नफरत ने बनाया कातिल

एक्स आर्मी पिता से नफरत, प्रोपर्टी का लालच, ब्लेक बेल्ट बहन से लड़ाई ने एक बेटे को इतना शातिर बना दिया कि उसने अपने ही  पिता के आर्मी चाकू से बिना किसी चीख-पुकार के मा-बाप और बहन का बेरहमी से कत्ल कर रोज की तरह माँर्निंग वॉक पर चला गया और फिल्मो की तरह घर आते ही पूरे इलाके में शोर मचा कर  कि मेरे मा-बाप और बहन का किसी ने खून कर दिया पूरे मोहल्ले में हड़कंप मचा दिया और पुलिस भी बुला ली। 

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बुधवार सुबह अचानक नेब सराय के देवली गांव में एक साथ तीन लोगों की चाकू से गोदकर हत्या कर देने की खबर आई तो दिल्लीवाले खौफजदा हो गए। मॉर्निग वॉक से लौटे 20 साल के अर्जुन ने शोर मचाते हुए पड़ोसियों को बुलाया कि उसकी गैरमौजूदगी में किसी ने उसके मां-बाप और बहन की हत्या कर दी। फिर उसने पुलिस खुद पुलिस को फोन करके वारदात की जानकारी दी। 

एनएसजी कमांडो रह चुके राजेश

मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले 51 वर्षीय राजेश सेना से रिटायर्ड थे। एनएसजी कमांडो रह चुके राजेश अभी दिल्ली में एक उद्योगपति के पीएसओ के रूप में काम कर रहे थे। वह अपनी पत्नी कोमल और बेटी कविताऔर बेटे अर्जुन के साथ देवली गांव में रह रहे थे। बिगरैल बेटे अर्जुन ने पिता और बहन से बदला लेने के लिए पूरे परिवार को खत्म कर दिया।

पढ़ाई में नहीं था अर्जुन का ध्यान

अर्जुन बॉक्सिंग का खिलाड़ी था। उसका पढ़ाई पर कम और खेल पर अधिक ध्यान देता था, जिसको लेकर पिता टोकते थे। अर्जुन इस बात को लेकर पिता से नाराज रहता था। हाल ही में उसका गुस्सा उस समय सातवें आसमान पर पहुंच गया जब पिता ने सबके सामने उसकी पिटाई कर दी। इसके अलावा उसे यह भी लगता था कि मां-बाप उसकी बहन कविता को अधिक प्यार करते हैं। उसके मन में यह बात घर कर गई थी कि पिता सारी संपत्ति बहन के नाम कर देंगे। पिता से नफरत और बहन से जलन की आग में उसने तीनों को खत्म करने की प्लानिंग कर ली थी।

प्लानिंग के तहत दिया ट्रिपल मर्डर को अंजाम

अर्जुन ने अचानक इस वारदात को अंजाम नहीं दिया बल्कि कई दिनों से इसकी प्लानिंग में जुटा था। उसने सेना से रिटायर्ड पिता के पास मौजूद एक धारदार चाकू को छिपाकर अपने पास रख लिया था। इसके अलावा उसने वारदात के लिए 4 दिसंबर की तारीख तय कर रखी थी। इस दिन उसके मां-बाप की शादी की सालगिरह थी। उसने इस खास मौके पर ही उन्हें मौत के घाट उतराने की प्लानिंग की थी और फिर उसे अंजाम भी दिया।

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बुधवार सुबह अर्जुन ने प्लानिंग के मुताबिक एक-एक करके तीनों को मौत के घाट उतार दिया। पहले उसने ग्राउंड फ्लोर पर सो रही अपनी बहन का गला रेत दिया। फिर वह ऊपर की मंजिल पर गया जहां पिता सो रहे थे। उसने पहले पिता का गला रेत दिया और फिर उनके सिर में भी चाकू से कई बार वार किया। इस दौरान उसकी मां बाथरूम में थी। जैसे ही वह बाहर निकलीं अर्जुन ने उनके गले पर भी चाकू से वार कर दिया। तीनों हत्याओं को अंजाम देकर वह टहलने के लिए निकल गया। वह करीब एक घंटे तक मॉर्निंग वॉक करता रहा और फिर वहां से लौटकर वारदात को अलग रंग देने में जुट गया।

पुलिस के भी मंजर देश उड़े होश

सुबह सुबह उन तीन लाशो को देखकर पुलिस के हाथ-पाव फूल गये। फ्रेंडली एंट्री, ना लूटपाट, ना चीख-पुकार घर पर लगे ताले ने पुलिस का भी दिमाग घुमा दिया लेकिन पुलिस भी ये समझ रही थी कि ये काम परिवार का कोई अपना ही खास कर सकता हैं जिसके बाद पुलिस ने बेटे को हिरासत मे लेकर कड़ाई से पूछताछ की  बेटे ने एक के बाद एक ऐसे खुलासे किये कि पुलिस के भी होश उड़ गये।

ऐसे हुआ खुलासा

दिल्ली पुलिस के साउथ रेंज के ज्वाइंट सीपी एस.के. जैन ने कहा घटनास्थल पर चोरी या जबरन घुसने का कोई निशान नहीं था और शव बिस्तर पर मिले थे। इससे साफ है कि यह लूट या सेंधमारी का मामला नहीं था बेटे अर्जुन ने पुलिस पूछताछ किए जाने पर सच्चाई बतानी शुरू की। धीरे-धीरे उसके बयानों में विरोधाभास दिखने लगा। अंत में उसने अपने पिता, मां और बहन की हत्या की बात कबूल कर ली। अर्जुन के अपने पिता और परिवार से रिश्ते अच्छे नहीं थे। 

जिस मकान में इस वारदात को अंजाम दिया गया वह एक सघन बस्ती में हैं। आसपास दूसरे घर भी हैं। अर्जुन इस तरह से तीनों का कत्ल करना चाहता था कि वे चीख ना सकें। उसे डर था कि चीख सुनकर पड़ोसी वहां आ सकते हैं। एक अनुभवी हत्यारे की तरह अर्जुन ने चीख रोकने के लिए तीनों का गला रेत दिया। खून की धार रोकने के लिए दूसरे हाथ में कपड़ा रखा था। गर्दन पर चाकू चलाते ही वह कपड़े से दबा देता था।










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