क्या आप जानते हैं कि देशभर से पुलिस थानों में पड़ी कलाकृतियों चोरी की गई है? नहीं तो पढ़े ये रिपोर्ट

डीएन ब्यूरो

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने संसदीय समिति के सामने स्वीकार किया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास देशभर में चोरी की गई और पुलिस थानों में पड़ी कलाकृतियों का कोई सूचीबद्ध आंकड़ा नहीं है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने संसदीय समिति के सामने स्वीकार किया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास देशभर में चोरी की गई और पुलिस थानों में पड़ी कलाकृतियों का कोई सूचीबद्ध आंकड़ा नहीं है।

संसद में पिछले महीने पेश परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति की रिपोर्ट में संस्कृति मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, समिति के एक प्रश्न पर एएसआई ने स्वीकार किया कि उसके संग्रहालयों से पुरावशेषों की चोरी का पता लगाने के लिए कोई समर्पित निगरानी प्रकोष्ठ नहीं है।

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संसदीय समिति ने इटली, कनाडा, नीदरलैंड, अमेरिका, स्कॉटलैंड, स्पेन और फ्रांस जैसे कई देशों की तर्ज पर चोरी की गई प्राचीन वस्तुओं की वसूली के लिए एक समर्पित सांस्कृतिक विरासत दस्ते की स्थापना की सिफारिश की है।

रिपोर्ट के अनुसार जब्त किये गये पुरावशेषों के स्वामित्व के मुकदमे लंबे समय तक चलते हैं और संबंधित वस्तुएं पुलिस थानों में बक्सों में धूल फांकती रहती हैं।

इसके अनुसार 2013 की नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में पाया गया था कि पटना सर्कल की महात्मा बुद्ध की दो प्रतिमाएं और गरूड़ की एक मूर्ति 2005 से अररिया पुलिस थाने में पड़ी हुई थी। वहीं, भारतीय युद्ध स्मारक संग्रहालय, लालकिले के चार पुरावशेष 1989 से दरियागंज पुलिस थाने में पड़े थे।

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समिति ने मंत्रालय से पूछा था कि क्या एएसआई के पास वर्तमान में देशभर के पुलिस थानों में पड़ी कलाकृतियों की सूची है और क्या उसने पुराना किला, नई दिल्ली के केंद्रीय पुरावशेष संग्रह की दीर्घा में पड़े, जब्त और पुन: प्राप्त किये गये पुरावशेषों की संख्या का पता लगाने और उनके उचित स्वामियों की जानकारी हासिल करने की दिशा में कदम उठाये हैं?

इसमें एएसआई के आंकड़ों के हवाले से कहा गया है कि आजादी के बाद से पुरावशेषों की चोरी के 210 मामले सामने आए हैं।

रिपोर्ट के अनुसार इन मामलों में 19 राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों में स्थित केंद्रीय रूप से संरक्षित स्मारकों, स्थलों और संग्रहालयों से 486 पुरावशेषों की चोरी की सूचना मिली है।










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