देवरिया: बाहर खड़ी पुलिस बनी तमाशबीन, पति ने की पत्नी की निर्मम हत्या

उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक पति ने अपनी पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 11 October 2024, 4:42 PM IST
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देवरिया: जनपद के गौरीबाजार थाना (Gauri Bazar Police Station) क्षेत्र के तेंदुबारी (Tendubari) में गुरुवार की रात पुलिस (Police) की मौजूदगी में एक महिला (Woman) की हत्या (Murder) कर दी गई। दरवाजे पर पुलिस खड़ी रही और कमरे में पति (Husband) ने महिला की पीट-पीट व गला दबाकर हत्या कर दी। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना की जानकारी ली। उधर, आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

यह है पूरा मामला

गांव का रहने वाला रंजीत श्रीवास्तव विदेश में रहता है। पत्नी सोनम व एक दो वर्षीय बेटा गोरखपुर में किराये की मकान में रहते थे। दो माह पहले रंजीत विदेश से गोरखपुर आया और तीन दिन पहले पत्नी को लेकर गांव पहुंचा। शाम को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। 

पत्नी सोनम की रंजीत ने कमरे में बंद कर पिटाई की। छत के रास्ते बगलगीर चंद्रभान के यहां किसी तरह भागकर सोनम पहुंची और यूपी 112 पर इसकी जानकारी दी। इस बीच रंजीत पहुंच गया और सोनम का बाल पकड़ कर घसीटते हुए घर ले गया। इसके बाद कमरे में बंद कर फिर पिटाई करनी शुरू कर दी। 

इस बीच पुलिस भी दरवाजे पर पहुंच गई और आवाज देती रही, लेकिन अंदर से फाटक नहीं खुला और फिर पीट-पीट कर सोनम की हत्या कर दी। इसके बाद फाटक आरोपी ने खोला तो पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया। 

यूपी 112 की पुलिस आरोपी को ले जाने का प्रयास करने लगी तो ग्रामीणों ने घेर लिया और पुलिस की लापरवाही से हत्या होने का आरोप लगाने लगे। 

बवाल की सूचना पर गौरीबाजार थाने की पुलिस पहुंची और यूपी 112 की पुलिस को वहां से निकाला। सूचना मिलते ही एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, सीओ अंशुमन श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचे और जांच किए।

थाने को नहीं दी सूचना

सोनम की सूचना पर यूपी 112 की पुलिस मौके पर पहुंच गई। आवाज देती रही। आधे घंटे तक मामला चलता रहा और पुलिसकर्मी दरवाजे पर खड़े रहे, लेकिन थाने की पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। 

ग्रामीणों में दिखा आक्रोश

ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध जताया और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की। लोगों का कहना है कि घटना के वक्त कमरा अंदर से बंद था। पुलिस ने आवाज देना शुरू किया, लेकिन अंदर से रंजीत ने फाटक नहीं खोला और पुलिस सोनम की पिटाई की आवाज सुनती रही। पुलिसकर्मी अगर फाटक तोड़ दिए होते और सख्ती दिखाते तो सोनम की जान बच जाती।