ट्रेन में गोलीबारी और हरियाणा हिंसा की उच्च स्तरीय जांच की मांग, जानिये प्रमुख मुस्लिम संगठन का पूरा बयान

डीएन ब्यूरो

प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र में एक यात्री ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) एक जवान द्वारा चार लोगों की हत्या किए जाने और हरियाणा की सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

जमीयत के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी
जमीयत के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी


नयी दिल्ली: प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बृहस्पतिवार को कहा कि महाराष्ट्र में एक यात्री ट्रेन में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) एक जवान द्वारा चार लोगों की हत्या किए जाने और हरियाणा की सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जमीयत के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने यह दावा भी किया कि हरियाणा की हिंसा राजनीति से प्रेरित और साजिश का नतीजा है।

उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘देश में नफरत की जो खेती की जा रही है उसका परिणाम है कि ट्रेन में एक व्यक्ति ने चार लोगों की हत्या कर दी।’’

मौलाना मदनी ने दावा किया, ‘‘हरियाणा के नूंह में होने वाले सांप्रदायिक दंगे एक बड़ी और योजनाबद्ध साजिश कर हिस्सा है...पुलिस और प्रशासन ने यात्रा से पहले सावधानी नहीं बरती।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि नूंह में जो कुछ भी हुआ है वह राजनीति से प्रेरित है।

जमीयत प्रमुख ने कहा कि ट्रेन की घटना और हरियाणा की सांप्रदायिक हिंसा की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

मौलाना मदनी ने कहा, ‘‘किसी भी अवसर पर धैर्य, विश्वास और उम्मीद को नहीं छोड़ना चाहिए। हज़ारों बार का अनुभव है कि दंगा होता नहीं है बल्कि कराया जाता है। अगर प्रशासन न चाहे तो भारत में कहीं भी दंगा नहीं हो सकता, इसलिए ऐसे मामलों में ज़िला प्रशासन को जवाबदेह बनाया जाना ज़रूरी है।’’

हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी और जल्द ही इसने गुरुग्राम को भी अपनी चपेट मे ले लिया था जिसमें होमगार्ड के दो जवान और एक इमाम सहित छह लोग मारे गए ।

आरपीएफ के एक कांस्टेबल ने सोमवार तड़के मुंबई के बाहरी इलाके में पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ सहकर्मी और तीन यात्रियों की स्वचालित हथियार से गोली मारकर हत्या कर दी थी।










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