Live-in Relationship: 'लिवइन' रिलेशन में रह रहे बच्चों के अभिभावकों को महिला आयोग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दी ये सलाह

डीएन ब्यूरो

देश में हाल में सहजीवन साथियों द्वारा की गई महिलाओं की नृशंस हत्या की घटनाओं के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शुक्रवार को लिवइन में रह रहे बच्चों के अभिभावकों को एक जरूरी सलाह दी है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रतीकात्मक छवि
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नई दिल्ली: देश में हाल में सहजीवन साथियों द्वारा की गई महिलाओं की नृशंस हत्या की घटनाओं के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि अभिभावकों को लिवइन (सहजीवन) संबंधों में रह रहे अपने बच्चों के प्रति सहयोगात्मक रुख अपनाना चाहिए ताकि वे उनसे अपनी भावनाएं साझा करने में न हिचकें।

सहजीवन साथी द्वारा नृशंस हत्याओं के मामलों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इनमें देखा गया है कि अभिभावक अपने बच्चों के प्रति सहयोगी रुख नहीं रखते थे।

शर्मा ने कहा,‘‘निक्की यादव मामले में, उसके अभिभावक उस पर शादी करने के लिए दबाव डाल रहे थे। अभिभावकों को अपने बच्चे की पसंद का समर्थन एवं सम्मान करना चाहिए। श्रद्धा मामले में भी परिवार उसके संपर्क में नहीं था।’’

उन्होंने कहा कि अभिभावकों को अपने बच्चों के सहजीवन संबंध को स्वीकार करना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘ अभिभावकों को सह-जीवन संबंध में रह रहे बच्चों के प्रति सहयोगात्मक होना चाहिए। हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि हम अपने बच्चों के साथ सम्मान के साथ पेश आएं तथा उन्हें जायदाद के रूप में लेने से परहेज करें। ऐसे आचरण से बच्चे अपनी सोच एवं भावनाएं साझा करने से हिचक सकते हैं। यह जरूरी है कि बच्चे खासकर जब बड़े हो जाएं तब उनके साथ दोस्त जैसा व्यवहार करें ताकि वे आप पर विश्वास कर सकें। ’’

यहां दस फरवरी को 24 वर्षीय एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन केबल से कथित रूप से गलाघोंटकर अपनी सहजीवन साथी निक्की यादव को मार डाला था। उससे पहले श्रद्धा की उसके सहजीवन साथी ने कथित रूप से हत्या कर दी थी और उसके शव के टुकड़े -टुकड़े कर उन्हें जंगल में फेंक दिया था।










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