Delhi Floods: दिल्ली में बाढ़ के दौरान चीफ इंजीनीयर की बड़ी लापरवाही का खुलासा, सरकार ने किया निलंबित

डीएन ब्यूरो

हरियाणा सरकार ने दिल्ली के आईटीओ बैराज के गेट को जाम करने के मुद्दे पर तथ्यान्वेषी समिति की रिपोर्ट के बाद सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता को निलंबित कर दिया जबकि तीन अधिकारियों के विरूद्ध आरोपपत्र जारी किया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने दिल्ली के आईटीओ बैराज के गेट को जाम करने के मुद्दे पर तथ्यान्वेषी समिति की रिपोर्ट के बाद बुधवार को सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता को निलंबित कर दिया जबकि तीन अधिकारियों के विरूद्ध आरोपपत्र जारी किया।

बुधवार को यहां जारी सरकारी बयान में कहा गया है, ‘‘जांच समिति की रिपोर्ट के बाद हरियाणा सरकार ने राज्य से गुजर रही यमुना नदी में अत्यधिक जलस्तर से आयी बाढ़ के दौरान कर्तव्य में लापरवाही को लेकर सिंचाई विभाग के चार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है।’’

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, जुलाई में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली के आईटीओ बैराज के गेट जाम होने की जांच के लिए दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति बनायी थी।

राज्य सरकार ने बयान में कहा है, ‘‘यह समिति बाढ़ के दौरान आईटीओ यमुना बैराज के चार गेट के जाम होने के मामले की जांच के लिए बनायी गयी थी।’’

उसने कहा कि सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता संदीप तनेजा को निलंबित कर दिया गया है जबकि अधीक्षण अभियंता तरूण अग्रवाल, कार्यकारी अभियंता (एक्सईएन) मनोज कुमार, और उपसंभागीय अधिकारी (एसडीओ) मुकेश कुमार के खिलाफ आरोपपत्र जारी करने के आदेश दिये गये हैं। ये यमुना बैराज पर तैनात थे।

यमुना नदी पर 552 मीटर लंबे आईटीओ बैराज के 32 गेट हरियाणा के सिंचाई विभाग के नियंत्रण में हैं। पिछले महीने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने आरोप लगाया था कि गाद जमा हो जाने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में हरियाणा सरकार के प्रबंधन वाले बैराज के गेट जाम हो गये।

उसने सुझाव दिया था कि गेट के रखरखाव का काम अधिक प्रभावी प्रबंधन के लिए दिल्ली सरकार को सौंप दिया जाए।










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