

राजधानी दिल्ली में गुरुवार को विधानसभा में सदन बदला-बदला नजर आया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में गुरुवार का दिन बदला सा नजर आया। सदन के अंदर विपक्ष का मैदान पूरी तरह खाली नजर आया। बीजेपी की तरफ से 48 विधायक सदन में मौजूद हैं लेकिन आम आदमी पार्टी की तरफ से केवल अमानतुल्लाह खान विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा ले रहे हैं।
दरअसल जिस दिन एलजी का अभिभाषण था उस दिन अमानतुल्लाह अनुपस्थित थे। इसलिए उन्हें बाहर नहीं किया गया था। आज जब विधानसभा पहुंचे तो उन्हें विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा लेने दिया गया है।
वहीं दिल्ली विधानसभा परिसर के बाहर आम आदमी पार्टी के विधायक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका आरोप है कि उन्हें और उनकी पार्टी के विधायकों को विधानसभा परिसर के अंदर घुसने नहीं दिया जा रहा है। उधर, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के तौर पर अमानतुल्लाह खान विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा ले रहे हैं।
दिल्ली की नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि पुलिस अधिकारी कह रहे हैं कि हम(AAP विधायक) विधानसभा से निलंबित हैं इसलिए हमें विधानसभा परिसर में भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। यह गैर लोकतांत्रिक और गैर संवैधानिक है। आज तक देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है।
आतिशी ने कहा कि किसी भी विधानसभा में चुने हुए विधायक को कभी नहीं रोका जाता। संसद में भी गांधी प्रतिमा के नीचे निलंबित होने पर भी विरोध होते हैं। आखिरकार हमें कैसे रोका जा सकता है? हमने अध्यक्ष से बात करने की कोशिश की लेकिन कोई बात नहीं हो रही है।"
आतिशी ने ट्वीट कर कहा कि BJP वालों ने सरकार में आते ही तानाशाही की हदें पार कर दीं। ‘जय भीम’ के नारे लगाने के लिए तीन दिन के लिए आम आदमी पार्टी के विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया। आज 'आप' विधायकों को विधान सभा परिसर में घुसने भी नहीं दिया जा रहा है। ऐसा दिल्ली विधान सभा के इतिहास में कभी नहीं हुआ।
बता दें कि AAP के 22 में से 21 विधायकों को LG के भाषणों के दौरान नारेबाजी करने पर निलंबित कर दिया गया था। एक मात्र अमानतुल्लाह खान इस कार्यवाही से बच गए थे, क्योंकि उस वक्त वह सदन में मौजूद नहीं थे। चुने हुए विधायकों को विधान सभा परिसर के अंदर नहीं घुसने दिया जा रहा है।'