Crime in UP: मैनपुरी में देवर ने भाभी को मारी गोली, मौत

यूपी के मैनपुरी में रविवार देर शाम पारिवारिक विवाद में गोली चलने का मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 August 2024, 12:42 PM IST
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मैनपुरी: यूपी के मैनपुरी (Mainpuri) में दिलदहलाने वाली वारदात (Crime) सामने आयी है। थाना भोगांव के चंदरपुर गाँव में रविवार देर शाम जमीनी विवाद (Land Dispute) को लेकर एक देवर (Brother-in-law) ने अपनी भाभी (Sister-in-Law) की गोली मारकर हत्या (Shot Dead) कर दी।

हत्या (Murder) को अंजाम देने के बाद आरोपी देवर मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस (Police) ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वारदात को लेकर क्षेत्र में हड़कंप मच गया। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वारदात थाना भोगांव के चंदरपुर गाँव (Chanderpur village of Bhogaon) की है। हत्या की इस वारदात को रविवार देर शाम अंजाम दिया गया। 

पुश्तैनी जमीन के विवाद में हुई हत्या
जानकारी के अनुसार चंदरपुर गांव निवासी सीतादेवी की उसके देवर श्याम यादव ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुश्तैनी जमीन के बंटवारे को लेकर हत्या की इस घटना को अंजाम दिया गया। आरोपी श्याम यादव फरीदाबाद में रहता है और वारदात के बाद फरार है। 

हत्यारोपी फरार
मैनपुरी के पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि सीतादेवी के भाई की शिकायत पर उसके देवर श्याम यादव और सास के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है।

एसपी ने बताया कि पुलिस घटना की जांच के साथ ही आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस हत्यारोपी की गिरफ्तारी के लिये कई जगहों पर दबिश दे रही है। 

जानकारी के मुताबिक कन्नौज के थाना छिबरामऊ क्षेत्र में स्थित गांव सवलपुर निवासी सीता देवी का विवाह 12 साल पहले थाना भोगांव के गांव चंदरपुर निवासी प्रवीन के साथ हुआ था। छह साल पहले सड़क हादसे में प्रवीन की मृत्यु हो गई थी। सीता देवी आठ वर्षीय पुत्र और चार वर्षीय पुत्री थी।

बच्चों को पालने के लिए दुकान करती थीं महिला
बच्चों का भरण पोषण करने के लिए सीता देवी ने गांव में ही दुकान रख ली थी। दुकान की आय से उनका भरण पोषण नहीं हो पा रहा था। इसलिए सीता देवी ने अपने ससुर भूदेव से जमीन का बंटवारा करने के लिए कहा था। भूदेव सिंह बंटवारा करने के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए आए दिन घर में झगड़ा होता था।

घटना के समय सीता देवी के दोनों बच्चे उनके साथ थे। घटना के बाद वे दहशत में आ गए हैं।