विधायक के निलंबन के विरोध में कांग्रेसियों ने किया सदन से बहिर्गमन, जानिये पूरा मामला
कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन सिकदर को मंगलवार को असम विधानसभा से निलंबित कर दिया गया जिसके तुरंत बाद पार्टी के विधायकों ने इसके विरोध में सदन से बहिर्गमन किया। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
गुवाहाटी: कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन सिकदर को मंगलवार को असम विधानसभा से निलंबित कर दिया गया जिसके तुरंत बाद पार्टी के विधायकों ने इसके विरोध में सदन से बहिर्गमन किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी के अनुमति नहीं दिए जाने के बावजूद प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्न पूछने पर जोर देने के कारण जाकिर हुसैन सिकदर को निलंबित कर दिया था।
प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से संबंधित प्रश्न पर उत्तर दिए जाने के दौरान यह जानना चाहते थे कि पिछले साल राज्य में मनरेगा के तहत कितने कार्य दिवसों की मंजूरी दी गई।
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चूंकि वह मुख्य प्रश्नकर्ता नहीं थे इसलिए दैमारी ने सिकदर को पूरक प्रश्न की अनुमति नहीं दी और उन्हें अपनी सीट पर बैठने को कहा।
विधायक अपना सवाल उठाते रहे जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें दिन भर के लिए सदन से निलंबित करने का आदेश दिया।
इसके विरोध में कांग्रेस के सभी विधायकों ने शेष प्रश्नकाल के लिए सिकदर के साथ सदन से बहिर्गमन किया।
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प्रश्नकाल के खत्म होने पर कांग्रेस विधायक वापस सदन में पहुंचे और विपक्ष के उपनेता रकिबुल हुसैन ने विधानसभा अध्यक्ष से विधायक को सदन में वापस आने की अनुमति देने का अनुरोध किया।
उनके अनुरोध को स्वीकार करते हुए दैमारी ने सिकदर को सदन की शेष दिन की कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति दे दी।