

दिल्ली के छावला क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मुठभेड़ में पुलिस ने दो खतरनाक अपराधियों को पकड़ा है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली के छावला क्षेत्र में काला जठेड़ी गैंग के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने दो शार्पशूटरों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, मार्केट क्षेत्र में हाल में हुई अपराधिक गतिविधियों के मद्देनजर खुफिया जानकारी मिली थी, जिसमें जेल में बंद गैंगस्टर ओमप्रकाश उर्फ काला के भाई अमित डागर और उसके सहयोगी अंकित की गतिविधियों का जिक्र था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस की एक विशेष टीम ने शनिवार रात छावला इलाके में दबिश देने का निर्णय लिया। पुलिस ने अनुमान लगाया कि दोनों शार्पशूटर वहां किसी आपराधिक कार्य में संलग्न हो सकते हैं। इसके बाद, पुलिस ने दोपहर में क्षेत्र में गश्त शुरू की और दोनों बदमाशों को पकड़ने के लिए चारों ओर से घेराबंदी की।
पुलिस ने आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की
जब पुलिस ने उन्हें घेरना शुरू किया, तो बदमाशों ने अपनी पहचान चेहरे पर मास्क लगाकर छिपाई हुई थी। जैसे ही पुलिस ने उन्हें घेर लिया, बदमाशों ने गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों आरोपियों के पैरों में गोली लगी। इस मुठभेड़ में पुलिस की सोच-समझकर की गई कार्रवाई से अपराधियों पर काबू पाने में मदद मिली।
आरोपियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया
घायल होने के बाद, दोनों बदमाशों को तुरंत प्राथमिक चिकित्सा के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। इस शार्पशूटरों की गिरफ्तारी से दिल्ली पुलिस ने आपराधिक गतिविधियों पर अपनी गहरी नज़र रखे जाने और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का संदेश दिया है।
गौरतलब है कि काला जठेड़ी गैंग ने पिछले कुछ वर्षों में अपराध की दुनिया में अपना नाम कमाया है, और पुलिस हमेशा से उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस गैंग से जुड़े मुद्दों पर ध्यान देने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि दिल्ली को अपराध-मुक्त बनाया जा सके।
इस घटना के बाद स्थानीय समुदाय ने पुलिस के प्रति अपनी प्रशंसा व्यक्त की है। लोगों ने पुलिस की तत्परता और सही सूचना के लिए उनकी सराहना की है। जिला प्रशासन भी इस तरह की कार्रवाई को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया है ताकि सामान्य जनता खुद को सुरक्षित महसूस कर सके।
कुल मिलाकर, यह घटना दिल्ली पुलिस की मेहनत और उनके यूनिट की क्षमता को दर्शाती है कि कैसे उन्होंने एक बड़ी मुठभेड़ में सफलता पाई और अपराधियों को हिरासत में लिया। इस मुठभेड़ ने न केवल पुलिस बल की कामयाबी को दिखाया है, बल्कि यह भी साबित किया है कि वे समाज में जुर्म के खिलाफ कितनी गंभीरता से काम कर रहे हैं