Chief Minister Pushkar Singh Dhami: धामी ने केंद्रीय मंत्री से कोयला ब्लॉक आवंटित करने का अनुरोध किया

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी से प्रदेश में 1000 मेगावाट की पिट-हेड तापीय बिजली परियोजना स्थापित करने के लिए 12.5 करोड़ टन भंडारण क्षमता का एक कोयला ब्लॉक आवंटित करने का अनुरोध किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 17 January 2024, 7:37 PM IST
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देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी से प्रदेश में 1000 मेगावाट की पिट-हेड तापीय बिजली परियोजना स्थापित करने के लिए 12.5 करोड़ टन भंडारण क्षमता का एक कोयला ब्लॉक आवंटित करने का अनुरोध किया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक मुख्यमंत्री ने जोशी से यह अनुरोध नई दिल्ली में उनसे मुलाकात के दौरान किया। यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुकूल औद्योगिक नीति के कारण राज्य में द्रुत गति से औद्योगिक विकास हुआ है जिसके कारण विद्युत की मांग में वृद्वि हुई है।

उन्होंने कहा कि सर्दियों के मौसम में बिजली की कमी गंभीर हो जाती है क्योंकि ठंड में नदियों में पानी का बहाव कम हो जाता है। धामी ने कहा कि राज्य में बिजली की मांग प्रतिवर्ष लगभग चार-पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और औद्योगीकरण बढ़ने के कारण आने वाले वर्षों में विद्युत की मांग और बढ़ने की सम्भावना है।

उन्होंने कहा कि राज्य में विद्युत परियोजनाओं का तेज गति से विकास करने के लिए राज्य सरकार के उपक्रम यूजेवीएन लिमिटेड और टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के बीच एक संयुक्त उपक्रम ‘टीएचडीसीआईएल-यूजेवीएनएल एनर्जी कम्पनी लिमिटेड’ का गठन किया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि टीएचडीसीआईएल के तापीय विद्युत उत्पादन के क्षेत्र में अनुभव को ध्यान में रखते हुए राज्य की विद्युत मांग की आपूर्ति के लिए इस नए संयुक्त उपक्रम के माध्यम से एक पिट-हेड थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने इसके लिए उत्तराखंड को एक कोयला ब्लॉक आवंटित करने का अनुरोध केंद्रीय मंत्री से किया ।

विज्ञप्ति के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को यथासंभव सहयोग प्रदान करने के प्रति आश्वस्त किया। उत्तराखंड देश के उन चुनिंदा राज्यों में से एक है जहां कोई भी तापीय बिजली परियोजना नहीं है।

 

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