Chhattisgarh: हिमंत विश्व शर्मा ने भूपेश बघेल पर लगाया आरोप, छत्तीसगढ़ में धर्म परिवर्तन का बाजार दिया खोल

डीएन ब्यूरो

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ के अपने समकक्ष भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने सनातन धर्म को कमजोर करने के लिए राज्य में धर्म परिवर्तन का बाजार खोल दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा


महासमुंद: असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ के अपने समकक्ष भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने सनातन धर्म को कमजोर करने के लिए राज्य में धर्म परिवर्तन का बाजार खोल दिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार राज्य के महासमुंद शहर में एक रैली को संबोधित करते हुए शर्मा ने लोगों से छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनने का आग्रह किया ताकि डबल इंजन सरकार राज्य के विकास के लिए काम कर सके।

उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह कभी भी अयोध्या में राम मंदिर नहीं जाते।

यह रैली महासमुंद जिले के चार निर्वाचन क्षेत्रों- महासमुंद, खल्लारी, बसना और सरायपाली से भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने से पहले आयोजित की गई थी।

शर्मा ने कहा “हमें एक बार सोचना होगा कि आखिर भूपेश बघेल सरकार ने राज्य को किस स्थिति में धकेल दिया है। राज्य में धर्म परिवर्तन हो रहा है। राज्य के हर हिस्से में आदिवासियों का धर्मांतरण कराने की साजिश चल रही है। सनातन पर हमला किया जा रहा है।’’

असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमें सोचना चाहिए कि कांग्रेस ने पांच साल में क्या दिया। क्या उन्होंने (बघेल) पांच साल में कोई विश्वविद्यालय खोला? असम में हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई है। राज्य में (छत्तीसगढ़ में) कोई बुनियादी परिवर्तन नहीं हुआ है।'

उन्होंने कहा, ''बघेल हर बार नाटक करते हैं और उन्होंने सनातन धर्म को कमजोर करने के लिए धर्म परिवर्तन का एक बड़ा बाजार खोला है।''

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शर्मा ने कहा कि आजादी के 75 साल हो गए और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आखिरकार (अयोध्या में) राम मंदिर का निर्माण कराया। उन्होंने सवाल किया, ‘‘कांग्रेस ने इसका निर्माण क्यों नहीं कराया। केंद्र में कांग्रेस के प्रधानमंत्रियों ने राम मंदिर क्यों नहीं बनाया और प्रधानमंत्री मोदी का इंतजार क्यों किया। ऐसा इसलिए है क्योंकि कांग्रेस की भगवान राम के प्रति कोई भक्ति नहीं है और उसके नेताओं ने हमेशा बाबर की पूजा की है।’’

शर्मा ने कहा, ‘‘मैंने पिछले 3-4 वर्षों में कभी किसी कांग्रेस नेता को राम मंदिर जाते नहीं देखा। राहुल गांधी चुनाव के दौरान मंदिर जाते हैं लेकिन राम मंदिर (अयोध्या में) नहीं जाते।’’

उन्होंने किसानों की कर्जमाफी के वादे को लेकर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव में भी यही वादा किया था, लेकिन इसे पूरी तरह से पूरा नहीं किया।

शर्मा ने कहा, ‘‘प्रदेश में किसानों को कर्ज क्यों लेना पड़ा, क्योंकि उनके बच्चों के पास नौकरी नहीं है। बघेल सरकार को रोजगार सृजन के लिए काम करना चाहिए था।''

राज्य की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान दो चरणों में सात और 17 नवंबर को होने हैं।










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