रायबरेली हत्याकांड के विरोध में विधानसभा घेराव की कोशिश, कई लोग गिरफ्तार

डीएन संवाददाता

यूपी के रायबरेली में हुए हत्याकांड के विरोध मे सभी ब्राम्हण संगठनों ने की विधान सभा के घेराव की कोशिश की, जिसमें पुलिस ने 15 लोगों गिरफ्तार कर लिया।

प्रदर्शन करते ब्राह्मण महासभा के सदस्य
प्रदर्शन करते ब्राह्मण महासभा के सदस्य


लखनऊ: यूपी के रायबरेली में 26 जून की रात 8 बजें 5 लोगों की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को लेकर ब्राह्मण संगठनो में सरकार के प्रति नाराजगी है। जिसे लेकर रविवार को उन्होंने  विधानसभा घेराव की कोशिश की। जिसके चलते पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

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बता दें कि 26 जून की रात 8 बजे के आस-पास थाना ऊंचाहार के ग्राम इटौरा में 5 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इस मामले मे रायबरेली एसपी गौरव सिंह ने बताया की 2 मृतकों रोहित शुक्ला और बृजेश शुक्ला के हाथ-पैर पोस्टमार्टम के दौरान गायब मिलें।पुलिस को घटनास्थल से खून से सनी लाठिंया मिली हैं। वहीं ब्राम्हण संगठनों का आरोप है कि शुरू मे पुलिस ने घटना को दबाने का प्रयास किया था। 5 मृतकों मे से एक रोहित शुक्ला के भाई देवेश ने आरोप लगाया की उनके भाई रोहित कुछ साथियों के साथ इटौरा-बुजुर्ग स्थित अपनी ससुराल जा रहे थे। इसी दौरान राजा यादव ने अपने साथियों के साथ रोहित शुक्ला की चार पहिया गाड़ी को रोकने की कोशिश की। इस पर गाड़ी असंतुलित होकर खम्भे से टकरा गई। इसके बाद राजा यादव ने अपने साथियों संग सभी पर हमला कर दिया। उसके बाद सभी को गाड़ी मे डालकर आग लगा दी। जिससे गाड़ी सवार 5 लोगों की मौत हो गई।

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हालांकि पुलिस ने 4 आरोपियों राजा यादव,कृष्ण कुमार,प्रदीप कुमार और राम बहल यादव को गिरफ्तार कर लिया है और 4 फरार लोगों की तलाश जारी है। ब्राह्मण संगठनो ने इस मामले मे सीबीआई जांच और मृतको के परिवार के लोगों को 50-50 लाख का मुआवजा देने और सरकारी नौकरी देने की मांग की है। इसी के साथ उन्होनें इस मामलें में यूपी कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या पर दोषियों को बचाने का भी आरोप लगाया और उन्हें मंत्रीमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। ब्राह्मण संगठन के 11 प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को अपनी मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा और उनसे कार्यवाही करने की मांग की। संगठन के लोगों ने बताया की राज्यपाल ने मामलें मे कार्यवाही का भरोसा दिया है। संगठन ने कार्यवाही न होने पर राज्य मे भीषण प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है।










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