भाजपा का दावा, दुनिया के अनुसरण का एक मॉडल बन गई है भारत की अर्थव्यवस्था

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान को 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत किये जाने पर बुधवार को कहा कि यह इस बात पर मुहर है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है तथा यह दुनिया के लिए अनुसरण का एक मॉडल बन गई है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

पार्टी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम
पार्टी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम


नयी दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान को 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत किये जाने पर बुधवार को कहा कि यह इस बात पर मुहर है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है तथा यह दुनिया के लिए अनुसरण का एक मॉडल बन गई है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पार्टी प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने संवाददाता सम्मेलन में यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र्र मोदी के लिए नेतृत्व जो कदम उठाए गए हैं उसका परिणाम है कि 10 वर्ष पहले पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिने जाने वाली भारत की अर्थव्यवस्था आज इस स्थिति में पहुंची है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की सराहना करते हुए कहा कि 'मोदीनॉमिक्स’’ पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है।

इस्लाम का कहना था , ‘‘दुनिया ने माना है कि भारत का मौजूदा नेतृत्व न केवल अर्थव्यवस्था को समझता है, बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया के लिए अनुसरण का एक मॉडल भी बना रहा है।'

उन्होंने कहा कि विश्व की अर्थव्यवस्था ऐतिहासिक रूप से 3.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है लेकिन अब इसके 2.9-3 प्रतिशत तक नीचे जाने का अनुमान है जबकि भारत की विकास दर इससे कहीं ज्यादा है।

इस्लाम ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के पीछे 'आत्मनिर्भर भारत' जैसी पहल सहित नीति और संरचनात्मक सुधार रहे हैं।

उन्होंने दोपहिया वाहनों और ट्रैक्टरों की बिक्री में वृद्धि का हवाला देते हुए कहा, जहां शहरी खपत मजबूत रही है, वहीं ग्रामीण खपत भी अब बढ़ रही है।

उनके मुताबिक, हवाई यातायात और बिजली की खपत जैसे कई अन्य क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन रहा है, कर संग्रह में भी जोरदार वृद्धि हुई है।

आईएमएफ ने भारत की वर्ष 2023-24 की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान मामूली रूप से 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है।

बहुपक्षीय निकाय ने हालांकि वैश्विक वृद्धि का अनुमान घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया।

आईएमएफ ने जुलाई में कहा था कि 2023-24 के लिए भारत की वृद्धि दर 6.1 प्रतिशत रह सकती है। यह आंकड़ा इस अवधि में भारतीय रिजर्व बैंक के 6.5 प्रतिशत के अनुमान से कम था।










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