Bihar: बिहार में चोरों का अजीबो-गरीब कारनामा जान आप भी हो जायेंगे हैरान

डीएन ब्यूरो

बिहार से चोरी की जो बड़ी वारदात सामने आई है, उसे सुनकर हर कोई हैरान है। चोरी की इस वारदात से सरकारी विभाग से लेकर अफसर तक खासे परेशान हैं। डाइनामाइट न्यूज़ पर जानिए पूरा मामला

गांव का स्वास्थ्य उपकेंद्र
गांव का स्वास्थ्य उपकेंद्र


मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक चोरी का चौंका देने वाला मामला सामने आया है। यहां कुछ चोरों ने 40 साल से ज्यादा पुराने सरकारी अस्पताल को ही बेच डाला।  मामला सामने आने के बाद से राज्य का स्वास्थ्य विभाग और संबंधित अफसर खासे परेशान और हैरान है। हालांकि, अधिकारियों ने अब मामले की जांच के आदेश दे दिये हैं। 

मुजफ्फरपुर जिले के कुढऩी प्रखंड की जम्हरूआ पंचायत के मुरौल गांव में वो जमीन बेची गई है, जिसके ऊपर 45 साल से स्वास्थ्य उपकेंद्र चलाया जा रहा था। ये मामला कभी सामने भी नहीं आता, यदि इस जमीन की जमाबंदी न की जाती। चोरी का मामला सामने आने के बाद अंचल अधिकारी ने जमीन की जमाबंदी पर रोक लगा दी है। वहीं ग्राम पंचायत के मुखिया ने मामले जानकारी जिलाधिकारी को दे दी है। 

जानकारी के मुताबिक मुरौल गांव में साल 1975 में निवासी गोपाल शरण सिंह ने करीब एक एकड़ जमीन स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराने के लिए सरकार को दान दी थी। ये दान मौखिक था या कागजी, इसके बारे में अभी जानकारी सामने नहीं आई है। दान मिली जमीन के कुछ हिस्सों पर स्वास्थ्य उपकेंद्र बनाया गया था। 

इस साल फरवरी में जमीन के बचे 36 डिसमिल हिस्से को जम्हरूआ के अरुण यादव, जूही कुमारी, पवन साह व टुनटुन कुमार को बेच दिया गया। इन लोगों को ये जमीन वैशाली जिले के महुआ गांव के रहने वाले सत्येंद्र कुमार सिंह ने बेची है। जमीन को खरीदने वाले स्वास्थ्य उपकेंद्र पर कब्जा करना चाह रहे हैं। ऐसे में स्थिति को देखते हुए कुढऩी सीओ ने इसकी जांच अमीन से कराई, जिसके बाद जमीन स्वास्थ्य उपकेंद्र निकली। स्वास्थ्य उपकेंद्र की जमीन बेचने का मामला सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया। मामले में जांच के आदेश दे दिये गये हैं।










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