

बिहार के सकरपुर में एक भयावह घटना का मामला प्रकाश में आया है। घटना के बाद लोग दहशत में है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
सकरपुरा: मधेपुरा जिले के सदर प्रखंड के सकरपुरा गांव के वार्ड नंबर 1 और 6 में मंगलवार की रात भीषण आग लगने की घटना ने कई परिवारों को तबाह कर दिया। यह दुखद घटना रात करीब 3 बजे हुई, जब गांव के ज्यादातर लोग गहरी नींद में सो रहे थे। अचानक लगी आग ने देखते ही देखते कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया।
यह है पूरा मामला
स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन आग की भयावहता के आगे सारे प्रयास विफल हो गए। अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई, लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना के बावजूद भी दमकल की गाड़ियां समय पर नहीं पहुंचीं। आखिरकार ग्रामीणों ने खुद ही कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक भारी तबाही मच चुकी थी।
डायनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक इस भीषण आग में कुमेश्वरी राम, शशि राम, अशोक राम, दिनेश राम, सोहनी देवी, संजू देवी और मनोज शर्मा समेत कई परिवार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आग ने इन परिवारों की जिंदगी भर की कमाई को राख में बदल दिया। घर के कीमती जेवर, कपड़े, अनाज, फर्नीचर, घरेलू सामान और बर्तन सब जलकर राख हो गए। इतना ही नहीं, आग में गाय-बकरी समेत कई मवेशी भी जलकर मर गए। एक बाइक भी पूरी तरह जलकर राख हो गई।
हादसे का सबसे दर्दनाक पहलू यह रहा कि आग में एक मासूम बच्चे की भी जान चली गई। उसे बचाने के प्रयास किए गए और उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। इस हादसे ने प्रभावित परिवारों को पूरी तरह से बेसहारा कर दिया है। उनके पास न तो रहने के लिए घर है और न ही दैनिक जीवन का कोई सामान। परिवारों का कहना है कि अब उनके पास दोबारा घर बनाने का कोई साधन नहीं है। इस घटना ने उन्हें न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी झकझोर कर रख दिया है। अब प्रभावित परिवार प्रशासन और समाज से मदद की गुहार लगा रहे हैं, ताकि वे दोबारा अपनी जिंदगी शुरू कर सकें।