जानिए आखिर क्यों गिरफ्तार हुआ बिहार के इंटरमीडिएट का टापर?
बिहार बोर्ड के इंटर टापर के घोटाले में टापर गणेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। गणेश ने संगीत विषय में टाप किया था।
पटना: बिहार बोर्ड एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पिछले साल की तरह ही इस बार भी बिहार का इंटर टॉपर घोटाला सामने आया है। बिहार बोर्ड की इंटर परीक्षा के रिजल्ट मामले में नया मोड़ आया है। बोर्ड ने विवादों से घिरे आर्ट्स टॉपर गणेश कुमार का रिजल्ट रद्द कर दिया है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
गणेश अपने संगीत विषय के ज्ञान को लेकर संदेह के घेरे में आए थे। इसके साथ ही उन पर फर्जी तरीके से दाखिला लेने का आरोप लगा था। गणेश का रिजल्ट रद्द करते हुए उन पर गलत तरीके से दाखिला लेने का केस दर्ज कराया गया है। बिहार बोर्ड ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ भी केस किया है।
गणेश कुमार ने कहा, 'गरीब लोग जब पढ़ाई करते हैं तो वह ऐसे ही फंस जाते हैं, आगे ऐसा हुआ तो लोग माफिया और आतंकवादी बनेंगे।' लगातार दूसरे साल टॉपर घोटाले से नीतीश सरकार एक बार फिर निशाने पर है। संगीत में शानदार नंबर लाकर टॉपर बने गणेश ने माना कि उन्हें संगीत की कोई खास जानकारी नहीं है।
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42 से 24 साल के हुए गणेश
1990 में हाईस्कूल की परीक्षा देने वाले गणेश ने 27 साल बाद 24 साल उम्र दिखाकर 12वीं की परीक्षा दी। जबकि जांच में सामने आया है कि अभी उनकी उम्र 42 साल है। 1990 में गणेश कुमार का सही नाम गणेश राम था। पिता का नाम शंकर नाथ राम है। उनकी जन्मतिथि 7 नवंबर, 1975 है। इसके 25 साल बाद 2015 में गणेश राम ने अपना नाम और जन्मतिथि बदल ली। गणेश ने 2015 में अपनी जन्मतिथि 2 जून 1993 दिखाकर बिहार के समस्तीपुर से मैट्रिक की परीक्षा दी।
कौन हैं गणेश कुमार?
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गणेश कुमार झारखंड के गिरीडीह के रहने वाले है, लेकिन इंटर की पढ़ाई करने के लिए वह 250 किलोमीटर दूर बिहार के समस्तीपुर में पहुंच गए। यहां उसने रामनंदन सिंह जगदीश नारायण कॉलेज में 2015 में दाखिला लिया और इस साल उन्होंने इंटर की परीक्षा दी। संगीत विषय में गणेश ने बिहार में टॉप किया है।