Bihar Board Topper: कैंसर से पीड़ित मां.. किसान की बेटी, जानें कैसे बनीं अंशु मैट्रिक टॉपर
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा रिजल्ट जारी कर दिया गया। बेतिया की रहने वाली अंशु कुमारी कैसे टॉपर बनी पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी खबर..

चंपारण: पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया की रहने वाली अंशु कुमारी अब किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। बिहार ही नहीं पूरा देश उन्हें जानता है। उनके नाम के साथ टॉपर जुड़ा है। अब वह टॉपर अंशु बन गई हैं। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा रिजल्ट जारी करने से पहले अंशु और उनके परिवार को यकीन नहीं था कि वह टॉपर बनेंगी। दोपहर में जब रिजल्ट जारी हुआ तो अंशु, साक्षी और रंजन के साथ टॉपर लिस्ट में सबसे ऊपर थीं। अंशु और उनके परिवार को राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश से बधाइयां मिल रही हैं। उनके घर पर लोगों की भीड़ लगी हुई है।
टॉपर के पिता भूपेंद्र साह किसान
डाइनामाइट न्यूज के मुताबिक, अंशु कुमार ने मैट्रिक की परीक्षा में 500 में से 489 (97.80 फीसदी) अंक हासिल किए हैं। वह बेतिया जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर गहारी गांव की रहने वाली हैं। वह एक किसान की बेटी हैं। उनकी मां गृहिणी हैं, जो कैंसर से पीड़ित हैं। परिवार में तीन बहनें और एक भाई हैं। अंशु दूसरे नंबर पर हैं। बिहार टॉपर के पिता भूपेंद्र साह किसान हैं जो किसी तरह पैसा कमाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं।
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अंशु की सफलता
अंशु कुमारी ने बेतिया के नौतन प्रखंड क्षेत्र स्थित भारतीय इंटर कॉलेज गैहारी से पढ़ाई की। टॉपर छात्रा अंशु कुमारी ने बताया कि उसने कोई कोचिंग नहीं ली। वह घर पर ही यूट्यूब के जरिए पढ़ाई करती थी। अंशु की सफलता में उसकी बड़ी बहन पूजा कुमारी की अहम भूमिका रही है। उसकी बहन पूजा कुमारी एक निजी स्कूल में शिक्षिका है जो पढ़ाई में उसकी मदद करती थी।
बेटियों में पढ़ाई के प्रति उत्साह
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अंशु की सफलता ने यह साबित कर दिया है कि आर्थिक स्थिति कभी प्रतिभा को नहीं रोक सकती। मां के लगातार बीमार रहने के बावजूद वह अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए संघर्ष करती रही। आज उसकी मेहनत रंग लाई है। वह भविष्य में नेट की तैयारी कर डॉक्टर बनना चाहती है। उधर, अंशु कुमारी को बिहार टॉपर बनते देख पश्चिम चंपारण जिले की बेटियों में पढ़ाई के प्रति उत्साह बढ़ गया है। उसके टॉपर बनने से जिले में खुशी का माहौल है।