लक्ष्मीपुर ब्लॉक के अधिकारियों पर उठे बड़े सवाल, खलिहान की जमीन पर कर दिया ये काम

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद का लक्ष्मीपुर ब्लाक हमेशा में अपने अनोखे कारनामों के कारण चर्चा में आ जाता है। इस बार भी एक ऐसा अनोखा मामले सामने आया है। पढें डाइनामाइट न्यूज की खास रिपोर्ट

पंचायत भवन का आधा अधूरा निर्माण
पंचायत भवन का आधा अधूरा निर्माण


लक्ष्मीपुर (महराजगंज): जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लॉक में खलिहान की जमीन पर पंचायत भवन बनाने का एक अनोखा मामला सामने आया है। सरकारी फंड का दुरुपयोग करने के बाद जब ग्रामीणों ने शोरशराबा किया तो इस पंचायत भवन को आधा अधूरा ही छोड़ दिया गया।

करीब तीन वर्षों से यह भवन आज भी अधूरा पड़ा है। इस प्रोजेक्ट में आखिर अधिकारियों ने बिना जांच पड़ताल किए आखिर कैसे लाखों रुपए की धनराशि इस पंचायत भवन के निर्माण पर जारी कर दी। इसको लेकर अधिकारियों पर बड़े गंभीर सवाल खडे हो गए हैं।   

क्या है पूरा प्रकरण
लक्ष्मीपुर क्षेत्र के कोट-कमहरिया गांव के पतरियहवा टोले पर वर्ष 2020 में  एक पंचायत भवन का निर्माण के लिए लाखों रुपये का फंड पास किया गया। और सरकारी पैसे से पंचायत भवन का निर्माण भी शुरु कराया गया। यह पंचायत भवन अब भी अधर मे लटका हुआ है।

तीन साल बाद भी जिम्मेदारों को कोई परवाह नहीं है। हालत यह है कि इस अर्धनिर्मित पंचायत भवन पर अब गांव के लोग सब्जी उगा रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह पंचायत भवन खलिहान की जमीन पर बन रहा था, जिसे ग्रामीणों के विरोध के बाद अधिकारियों ने रुकवा दिया था। 

पूर्व प्रधान का आरोप
गांव के पूर्व प्रधान प्रतिनिधि त्रिलोकी जैसवाल ने बताया कि वर्ष 2020 में इस पंचायत भवन का निर्माण कार्य शुरु हुआ था। आधा ही निर्माण कार्य हुआ। कोरोना काल की वजह से कार्य रुक गया। फिर नए कार्यकाल में अधिकारियों की लापरवाही के चलते पंचायत भवन खंडहर मे तब्दील हो गया है।

वर्तमान ज़न प्रतिनिधि बोले 
गांव के वर्तमान प्रधान प्रतिनिधि कमलेश साहनी ने डाइनामाइट न्यूज संवाददाता को बताया कि वर्तमान समय में प्राइमरी स्कूल के प्रांगण में पूर्व पंचायत भवन पर कार्य चल रहा,पूर्व प्रधान द्वारा एक जगह पंचायत भवन का निर्माण कराया जा रहा था। लेकिन वो किस मद और विभाग से कार्य करा रहे थे, इसका कोई डाटा नहीं मिल पा रहा।

निर्माण के समय गांव के लोगों ने शिकायत किया कि पंचायत भवन खलिहान की जमीन पर बन रहा है। जिसके बाद एसडीएम नौतनवा ने निर्माण कार्य रुकवा दिया था। तबसे यह आधा-अधूरा ही पड़ा हुआ है।

बीडीओ लक्ष्मीपुर ने कहा 
लक्ष्मीपुर ब्लॉक के बीडीओ अमित मिश्रा ने बताया कि ये पुराना मामला है। अभी मेरे संज्ञान में नहीं है। इस प्रकरण की जांच करवाता हूँ। 

अधिकारियों पर बड़ा सवाल
सबसे बड़ा सवाल ये है कि खलिहान की जमीन पर पंचायत भवन का बजट कैसे पास हुआ? क्या बिना जांच पड़ताल के जिम्मेदारों द्वारा पैसों का बंदरबांट कर लिए। खलिहान की जमीन पर सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया। फ़िलहाल इस प्रकरण गंभीर जांच का विषय है कि आखिर किस असली वजह से पंचायत भवन आधा अधूरा है।










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