Atiq Ahmed: अतीक अहमद और अशरफ के पोस्टमार्टम और सुपुर्द ए खाक को लेकर बड़ी खबर

डीएन ब्यूरो

गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ के शवों को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शवों को प्रयागराज के कसारी और मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जायेगा। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

अतीक और अशरफ की बीती रात हुई हत्या
अतीक और अशरफ की बीती रात हुई हत्या


प्रयागराज/लखनऊ: गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की कल गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अतीक और अशरफ शवों का पोस्टमार्टम अभी तक शुरू नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शवों को प्रयागराज के कसारी और मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जायेगा। कसारी और मसारी कब्रिस्तान में कल ही शनिवार को अतीक के बेट असद और शूटर गुलाम के शव को भी सुपुर्द ए खाक किया गया था। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक अतीक और अशरफ की हत्या के बाद उसके मुहल्ले कसारी मसारी और आसपास के इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। कुछ कुछ देर में पुलिस की गाड़ियां तेज सायरन के साथ चक्रमण कर रही है। पूरे इलाके में फोर्स की तैनाती की गई है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।  मुस्लिम बाहुल्य इलाके करेली, खुल्दाबाद, अटाला, चौक, नखास कोहना, धूमनगंज, चकिया, राजरूपपुर आदि इलाकों में अतिरिक्त फोर्स लगाई गई है। 

डाइनामाइट न्यूज़ को एक उच्च अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अतीक और अशरफर के शवों का पोस्टमार्टम शुरू करने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय प्रशासन के निर्देशों का इंतजार कर रहा है। अधिकारी ने बताया, “हम पोस्टमार्टम के लिए प्रशासन के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। फिलहाल उनके शव को मुर्दाघर में रखा गया है। शव शनिवार रात ही यहां स्थानांतरित कर दिए गए थे।”

अतीक (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात तीन हमलावरों ने उस समय गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब पुलिस दोनों को चिकित्सा जांच के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रही थी।

इस दोहरे हत्या का एक वीडियो सार्वजनिक हुआ है, जिसमें तीन हमलावर दोनों भाइयों को गोली मारते नजर आ रहे हैं और गोली लगते ही दोनों जमीन पर गिर जाते हैं। गोलियों से छलनी दोनों के शवों को घटनास्थल से ले जाया गया। इस सनसनीखेज हत्या के बाद इलाके में तनाव है।

पुलिस आयुक्त रमित शर्मा ने शनिवार देर रात बताया, ‘‘अभी यह प्राथमिक जानकारी है। दोनों (अतीक-अशरफ) को आवश्यक चिकित्सकीय जांच के लिए यहां लाया गया था। मीडियाकर्मी ‘बाइट’ ले रहे थे। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, तीन लोग मीडियाकर्मी बनकर आए और उन्होंने बाइट लेने का प्रयास किया। इसी दौरान उन्होंने गोलीबारी कर दी।’’

आयुक्‍त ने डाइनामाइट न्यूज़ से कहा, ‘‘अतीक और अशरफ की हमले में मौत हो गई। इसके अलावा, लखनऊ के एक पत्रकार को चोट आई है। वहीं, हमारे एक आरक्षी मान सिंह को गोली लगी है।’’

यह भी पढ़ें | LIVE Video of Atique Ahmed’s Murder: देखिये अतीक़ अहमद और उसके भाई अशरफ़ की हत्या का लाइव वीडियो

शर्मा ने बताया, ‘‘मामले में तीन लोगों को पकड़ा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।’’ उन्होंने कहा कि पकड़े गए लोगों के पास से हथियार बरामद हुए हैं और उनसे विस्तृत पूछताछ की जा रही है।

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने घटना की उच्‍च स्‍तरीय जांच का आदेश देते हुए तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के गठन के निर्देश दिए हैं। वहीं, घटना के बाद उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।

अहमद और उसके भाई अशरफ को 2005 के उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में सुनवाई के लिए प्रयागराज लाया गया था।

झांसी में 13 अप्रैल को अहमद का बेटा असद और उसका एक साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे। असद का शव शनिवार सुबह प्रयागराज में कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया, जबकि उसके साथी गुलाम का शव शिवकुटी स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया।

संयोग से, उस वक्त उत्तर प्रदेश पुलिस कब्रिस्तान से लगभग तीन किलोमीटर दूर धूमनगंज पुलिस थाने में अहमद और अशरफ से पूछताछ कर रही थी।

पत्रकारों द्वारा असद की मौत पर टिप्पणी करने के लिए कहे जाने पर उसके चाचा अशरफ ने कहा, ‘‘जो अल्लाह का था, उसे उन्होंने अपने पास बुला लिया।’’

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के विधायक राजू पाल की हत्या मामले के मुख्य गवाह उमेश पाल और उसके दो पुलिस सुरक्षा गार्ड की 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

यह भी पढ़ें | Atiq Ahmad Murder: अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद प्रयागराज में पथराव और तोड़फोड़

उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक, अशरफ, अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।

उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम 2006 के उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक और अशरफ को एक अदालत में पेश करने के लिए गुजरात के अहमदाबाद में उच्च सुरक्षा वाली साबरमती केंद्रीय जेल से 26 मार्च को प्रयागराज ले आई थी।

अदालत ने 28 मार्च को अपहरण मामले में अतीक और दो अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

पुलिस ने कहा कि अतीक पर उमेश पाल हत्याकांड सहित 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।

अतीक ने सुरक्षा के लिए उच्चतम न्यायालय का रुख किया था। उसने अपनी याचिका में दावा किया था कि उसे और उसके परिवार को उमेश पाल हत्याकांड में झूठा फंसाया गया है। अतीक ने आशंका जताई थी कि उत्तर प्रदेश पुलिस उसे फर्जी मुठभेड़ में मार सकती है।










संबंधित समाचार