महराजगंज की बड़ी खबर: पांच शिक्षक बर्खास्त, एक पर लटकी तलवार, विभाग और टीचर्स में हड़कम्प, देखिये डाइनामाइट न्यूज़ पर बीएसए का पूरा खुलासा

महराजगंज के शिक्षकों और शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। जनपद में दो दिनों के अंदर 5 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है और एक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। बीएसए ने पूरे मामले का डाइनामाइट न्यूज पर खुलासा किया। पूरी रिपोर्ट

Updated : 29 July 2022, 12:40 PM IST
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महराजगंज: कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले शिक्षक आखिरकार कानून के शिकंजे में घिर गये। जनपद में दो दिनों के अंदर 5 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है और एक शिक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस कार्रवाई से जिले के शिक्षा विभाग समेत शिक्षकों में भारी हड़कंप मचा हुआ है। बीएसए ने इस पूरे मामले का डाइनामाइट न्यूज पर खुलासा किया।

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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक बर्खास्त किये गये अध्यापक कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर वर्षो ने नौकरी कर रहे थे। इनका मानदेय बीच में ही रोक दिया गया था। लेकिन विभागीय गठजोड़ के बाद इनका मानदेय फिर से शुरू कर दिया था। बड़ा ज़वाल यह है कि आखिर इनको कौन सहयोग कर रहा था?

इस मामले को लेकर डाइनामाइट न्यूज़ को जानकारी देते हुए बीएसए आशीष सिंह ने बताया कि कुछ शिक्षक पिछले कई वर्षों से जिले के कई विद्यालयों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पढ़ा रहे थे। 

इन शिक्षकों में कन्हैया लाल यादव सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय बकुलडिहा, रतन पांडेय, सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय अरदौना, अरविंद यादव, सहायक अध्यापक बढईपुरवा,सैयद अली, सहायक अध्यापक बैईठवलिया द्वितीय है। इनके अलावा रामवचन, सहायक अध्यापक विसुनपुर जहरी को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। 

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बीएसएस ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि बर्खास्त किये गए शिक्षकों के खिलाफ मुजदमें की भी तैयारी चल रही है। बीएसए के इस कार्यवाही से जिले के शिक्षा विभाग में भूचाल सा आ गया है।  

कूटरचित कागजातों के आधार पर वर्षो से जिले में अंगद की तरह पांव जमा कर नौकरी कर रहे शिक्षकों को आखिर किसका शह मिल रहा था, ये सबसे बड़ा सवाल है।

Published : 
  • 29 July 2022, 12:40 PM IST

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