भीलवाड़ा: तहसील के बाबू और चपरासी रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार, ACB ने की कार्रवाई
भीलवाड़ा के चित्तौड़ की एसबी ने कार्रवाई करते हुए तहसील परिसर चल रहे रिश्वत के खेल को तोड़ा। दो सरकारी कर्मचारियों को गिरफ्तार 15 हजार रुपये जब्त कर लिए गए हैं। डाइनामाइट न्यूज़ पर पढ़ें पूरी खबर..
भीलवाड़ा: जिले के मांडल में मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) चित्तौड़गढ़ की टीम ने कार्रवाई करते हुए मांडल तहसील कार्यालय में कार्यरत कनिष्ठ सहायक (बाबू) व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
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एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चैधरी ने बताया कि भीलवाड़ा जिले के मांडल तहसील में चांदरास निवासी सत्यनारायण पारीक ने 20 जुलाई को एसीबी चित्तौड़गढ़ में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया कि चांदरास गांव में स्थित कृषि भूमि के इस्तेमाल को बदलने के लिए मांडल तहसील के बाबू बागोर निवासी चेनसुख जीनगर, कनिष्ठ सहायक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लक्ष्मीलाल 16 हजार रुपए की मांग की थी। इस पर मांग संबंधी शिकायत की जांच में यह सही निकली।
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रिश्वत की मांग तहसील मांडल के चपरासी लक्ष्मीलाल के मार्फत की गई थी। इस पर मंगलवार को तहसील कार्यालय परिसर में बाबू के रिश्वत लेते ही एसीबी ने उसे पकड़ लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एसीबी ने बाबू चेनसुख व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी लक्ष्मीलाल को भी गिरफ्तार कर लिया।