Site icon Hindi Dynamite News

Bharat Jodo Nyaya Yatra: पश्चिम बंगाल में ‘न्याय यात्रा’ निकालने के लिए मंजूरी मिलने में हो रही परेशानी

कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी को राज्य में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के हिस्से के रूप में कुछ जनसभाओं के आयोजन को मंजूरी प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
Bharat Jodo Nyaya Yatra: पश्चिम बंगाल में ‘न्याय यात्रा’ निकालने के लिए मंजूरी मिलने में हो रही परेशानी

सिलीगुड़ी: कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी को राज्य में 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के हिस्से के रूप में कुछ जनसभाओं के आयोजन को मंजूरी प्राप्त करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

यहां सिलीगुड़ी में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि पार्टी कुछ स्थानों पर जनसभाएं करना चाहती है लेकिन स्कूल की परीक्षाओं की वजह से मंजूरी नहीं दी गयी।

यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने राशन घोटाले की जांच की मांगी रिपोर्ट

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने कहा, ''कुछ स्थानों पर परीक्षाओं का हवाला देते हुए हमें जनसभाएं करने की मंजूरी नहीं मिल रही है और हमें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भारत जोड़ों न्याय यात्रा को असम सहित पूर्वोत्तर में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और अब हम पश्चिम बंगाल में भी दिक्कतों का सामना कर रहे हैं।''

यह भी पढ़ें: टीएमसी, कांग्रेस ने लगाया भाजपा सरकार पर धर्म और राजनीति में घालमेल का आरोप

बृहस्पतिवार रात को इस मुद्दों पर चौधरी ने कहा कि हमने सोचा था कि पश्चिम बंगाल में कुछ स्थानों पर हमें जनसभाएं करने के लिए रियायत मिलेगी लेकिन प्रशासन कह रहा है कि वे मंजूरी नहीं दे सकते।

मणिपुर में 14 जनवरी से शुरू हुई राहुल गांधी की अगुवाई वाली यह यात्रा बृहस्पतिवार को पश्चिम बंगाल पहुंची और दो दिनों तक राज्य में रुकी रहेगी। यात्रा 28 जनवरी से शुरू होगी।

वहीं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने हालांकि दावा किया कि पश्चिम बंगाल में प्रशासन राजनीतिक प्रभाव से मुक्त है।

टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने कहा, ''विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के पश्चिम बंगाल में टूटने की वजह अधीर चौधरी ही हैं। दूसरी बात, सभी विपक्षी दल राज्य में कार्यक्रम करते हैं, किसी को कोई परेशानी नहीं होती। स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं होने के कारण प्रशासन ने यह फैसला लिया होगा।''

Exit mobile version