Bengaluru: वैमानिकी क्षेत्र में बढ़ती महिलाओं की भूमिका पर पीएम मोदी ने कही ये बात, जानिए पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विमानन और वैमानिकी क्षेत्र में भारत की प्रगति और क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका की सराहना की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल फोटो)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (फाइल फोटो)


बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने विमानन और वैमानिकी क्षेत्र (Aeronautical Sector) में भारत की प्रगति और क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि देश वैश्विक विमानन बाजार में नई जान फूंकने को तैयार है।

विमान विनिर्माता बोइंग के न्यू बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर के परिसर का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि महिलाएं (Women) विमानन तथा वैमानिकी क्षेत्र में अग्रणी हैं, चाहे वह लड़ाकू विमान हो या नागरिक विमान।

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विमानन क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भूमिका (Role) का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश में 15 प्रतिशत पायलट महिलाएं (Pilot Women) हैं जो वैश्विक औसत का तीन गुना है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार मोदी ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास का समय आ गया है।

उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा प्रमुख घरेलू विमानन बाजार बन गया है और एक दशक में यात्रियों की संख्या दोगुनी हो जाएगी। उड़ान योजना ने घरेलू विमानन बाजार को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारत की कई एयरलाइन ने बढ़ती मांग के कारण सैकड़ों विमान के ठेके दिए हैं। मोदी ने कहा, ‘‘ भारत वैश्विक विमानन बाजार में नई जान फूंकने को तैयार है।’’

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, ‘‘ हमने भारत को एक अच्छी तरह से जुड़ा बाजार बनाने के लिए सपंर्क से जुड़ी बुनियादी ढांचागत सुविधाओं को प्राथमिकता दी है।’’

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भारत अपनी क्षमता को प्रदर्शन में नहीं बदल पाता था।

मोदी ने इस मौके पर बोइंग सुकन्या कार्यक्रम भी शुरू किया।

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कंपनी के अनुसार, इस पहल का मकसद पूरे भारत से देश के बढ़ते विमानन क्षेत्र में लड़कियों की अधिक भागीदारी (Participation) का समर्थन करना है।

कंपनी ने बताया कि 43 एकड़ का अत्याधुनिक बोइंग इंडिया इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी सेंटर (बीआईईटीसी) परिसर अमेरिका के बाहर विमान निर्माता का सबसे बड़ा निवेश (Investment) है। इसे 1,600 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।

बेंगलुरु के बाहरी इलाके देवनहल्ली में ‘हाईटेक डिफेंस और एयरोस्पेस पार्क’ का यह परिसर देश में स्टार्टअप, निजी तथा सरकारी परिवेश के साथ साझेदारी की आधाशिला होगा और वैश्विक एयरोस्पेस एवं रक्षा उद्योग के लिए अगली पीढ़ी यानी अत्याधुनिक उत्पादों तथा सेवाओं को विकसित करने में मदद करेगा।

कंपनी के बयान के अनुसार, बोइंग सुकन्या कार्यक्रम पूरे भारत की लड़कियों तथा महिलाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कौशल सीखने तथा विमानन क्षेत्र में नौकरियों के लिए प्रशिक्षण हासिल करने का अवसर प्रदान करेगा।

बोइंग ने एक बयान में कहा कि यह कार्यक्रम समूचे भारत की लड़कियों एवं महिलाओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग एवं गणित (एसटीईएम) क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कौशल सीखने और विमानन क्षेत्र में नौकरियों के लिए प्रशिक्षण का अवसर प्रदान करेगा।

इस कार्यक्रम के तहत युवा लड़कियों के लिए एसटीईएम क्षेत्र के करियर में दिलचस्पी जगाने के लिए 150 स्थानों पर एसटीईएम लैब बनाए जाएंगे। यह पायलट प्रशिक्षण ले रही महिलाओं को छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगा। यह कार्यक्रम उड़ान प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, प्रमाणपत्र हासिल करने, सिम्युलेटर प्रशिक्षण के लिए वित्त पोषण और करियर विकास कार्यक्रमों का समर्थन करेगा।

बोइंग के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी डेविड एल कैलहॉन ने कहा, 'हम भारत के लिए प्रधानमंत्री मोदी के बदलावकारी नजरिये का समर्थन कर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम देश में वैमानिकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बोइंग परिसर को समर्पित करने के लिए आभारी हैं।'

बयान के मुताबिक, पिछले वर्षों में भारत में बोइंग की इंजीनियरिंग और शोध एवं विकास टीम अमेरिका के बाहर सबसे अधिक हो चुकी है। दिसंबर तक इस टीम में 6,000 से अधिक कर्मचारी तैनात थे।

इस अवसर पर कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक और बोइंग की मुख्य परिचालन अधिकारी स्टेफनी पोप भी मौजूद रहे।










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