ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विमान में यात्रियों के खराब व्यवहार को लेकर कही यह बात, पढ़िए पूरी खबर

डीएन ब्यूरो

कम दृश्यता के चलते दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान परिचालन में बाधा आने के मद्देनजर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि विमान में यात्रियों का खराब व्यवहार अस्वीकार्य है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया


नयी दिल्ली: कम दृश्यता के चलते दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान परिचालन में बाधा आने के मद्देनजर नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को कहा कि सभी हितधारक कोहरे से संबंधित प्रभाव के साथ-साथ यात्रियों को होने वाली असुविधा को कम करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विमान में यात्रियों का खराब व्यवहार अस्वीकार्य है।

खराब दृश्यता के चलते दिल्ली हवाई अड्डे पर कुछ देर के लिए विमान परिचालन बंद किए जाने के एक दिन बाद सिंधिया ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रतिकूल मौसम के कारण उड़ान रद्द होने और देरी के मद्देनजर असुविधा को कम करने के लिए बेहतर संचार और यात्रियों की सुविधा के वास्ते एयरलाइंस के लिए एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी करेगा।

इसके अलावा, हवाई अड्डा संचालक डायल को सीएटी-3 सक्षम चौथे रनवे के परिचालन में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। जब कोई रनवे सीएटी-3 सक्षम होता है, तो कम दृश्यता की स्थिति में भी उड़ान संचालन हो सकता है।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार रविवार को, 10 उड़ानों का मार्ग बदल दिया गया था, कई को रद्द कर दिया गया और कई उड़ानों के आवागमन में देरी हुई। इसके चलते हवाई अड्डे के साथ-साथ विमान के अंदर भी यात्रियों को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा और कई यात्रियों ने अपनी पीड़ा व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।

रविवार को हवाई अड्डे पर, एक यात्री ने इंडिगो के पायलट पर उस समय हमला कर दिया जब वह गोवा जाने वाली उड़ान में देरी की घोषणा कर रहा था।

सिंधिया ने रविवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि दिल्ली में अभूतपूर्व कोहरा रहा, जिसमें दृश्यता में कई घंटों तक उतार-चढ़ाव आया, और कई बार, सुबह पांच बजे से नौ बजे के बीच दृश्यता शून्य तक गिर गई।

उनके अनुसार, अधिकारियों को सीएटी-3 रनवे पर भी कुछ समय के लिए परिचालन बंद करने को मजबूर होना पड़ा। यह निर्णय यात्री सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया, जो विमानन तंत्र में सभी के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है।

सीएटी-3 रनवे पर शून्य दृश्यता की स्थिति में परिचालन नहीं किया जा सकता।

यह उल्लेख करते हुए कि सभी हितधारक कोहरे से संबंधित प्रभाव को कम करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, सिंधिया ने कहा कि निकट भविष्य में स्थिति से निपटने के लिए कुछ कदम भी उठाए जा रहे हैं।

दिल्ली हवाई अड्डे को अनुमोदन प्राप्त करने के लिए डीजीसीए की संतुष्टि के वास्ते मौजूदा सीएटी-3 सक्षम रनवे के अलावा सीएटी-3 सक्षम चौथे रनवे के परिचालन में तुरंत तेजी लाने के लिए कहा गया है।

मंत्री ने कहा कि डीजीसीए प्रतिकूल मौसम के कारण उड़ान रद्द होने और देरी के मद्देनजर असुविधा को कम करने के लिए बेहतर संचार और यात्रियों की सुविधा के वास्ते एयरलाइंस के लिए एक एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी करेगा।

उन्होंने कहा, 'इस कठिन अवधि के दौरान सभी यात्रियों से हमारा विनम्र अनुरोध है कि वे हमारा साथ दें। सभी हितधारक यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही खराब व्यवहार की घटनाएं अस्वीकार्य हैं, और मौजूदा कानूनी प्रावधानों के अनुरूप इनसे सख्ती से निपटा जाएगा।'

दिल्ली हवाई अड्डे पर चार रनवे हैं - आरडब्ल्यू 09/27, आरडब्ल्यू 11आर/29एल, आरडब्ल्यू 10/28 और आरडब्ल्यू 11एल/29आर। इनमें से एक अभी चालू नहीं है। यह हवाई अड्डा देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा है और यहां से प्रतिदिन लगभग 1,300 उड़ानें संचालित होती हैं।

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोमवार को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सुबह 5 बजे से 9 बजे तक के डेटा से पता चलता है कि इस अवधि में सीएटी-3 रनवे आरडब्ल्यूवाई 11आर/29 एल पर 30 लैंडिंग और एक उड़ान संचालित हुई, जबकि गैर-सीएटी 3 रनवे आरडब्ल्यूवाई 9/27 से किसी उड़ान का परिचालन नहीं हो सका और आरडब्ल्यूवाई 11 एल/29 आर से इस अवधि में दो विमानों ने उड़ान भरी।

खराब मौसम के कारण सोमवार को दिल्ली हवाई अड्डे की ओर पांच उड़ानों को मोड़ा गया।

हाल के सप्ताहों में, घने कोहरे और सीएटी 3-अनुरूप पायलटों की अनुपस्थिति के कारण कम दृश्यता की स्थिति के बीच उड़ान परिचालन में बाधा उत्पन्न हुई है।

पिछले साल 25-28 दिसंबर के दौरान घने कोहरे के कारण दिल्ली हवाई अड्डे पर उड़ान परिचालन काफी प्रभावित हुआ था और विभिन्न एयरलाइन की लगभग 60 उड़ानों का रास्ता बदलना पड़ा था।

पिछले महीने, हवाई अड्डे के सूत्रों ने कहा था कि 25 दिसंबर की रात 12 बजे से 28 दिसंबर की सुबह 6 बजे के बीच खराब मौसम के कारण 58 उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा।

दिसंबर के अंत में दिल्ली हवाई अड्डे पर घने कोहरे के बीच विभिन्न उड़ानों का मार्ग बदले जाने के बाद विमानन नियामक डीजीसीए ने कम दृश्यता की स्थिति में काम करने के लिए प्रशिक्षित पायलट तैनात नहीं करने को लेकर एअर इंडिया और स्पाइसजेट को ‘कारण बताओ’ नोटिस जारी किया था।










संबंधित समाचार