बलरामपुर: सहारा इंडिया बैंक के खाताधारकों को नहीं मिल रहा उनका भुगतान, रुकी शादियां

डीएन ब्यूरो

उतरौला कस्बे में सहारा इंडिया बैंक में वर्षों से जमा धनराशि का भुगतान न होने के कारण खाता धारकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। कई चक्कर काटने के बाद भी खाताधारक काफी निराश और हताश है। पूरी खबर..

सहारा इंडिया बैंक ऑफिस
सहारा इंडिया बैंक ऑफिस


बलरामपुर: उतरौला कस्बे में सहारा इंडिया बैंक में वर्षों से जमा धनराशि का भुगतान न होने के कारण खाताधारकों में भारी आक्रोश व्याप्त है। सहारा इण्डिया बैंक के लाखों खाता धारक अपने ही पैसों का भुगतान पाने के लिये कई महीनों से बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। भुगतान न होने के कारण कई लोग अपने बेटे-बेटियों की शादियां नहीं करा पा रहे हैं।

इस बारे में जानकारी देते बैंक के सेक्टर वर्कर तिलकराम जायसवाल ने बताया कि माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा संस्था की संपत्तियों के विक्रय करने पर रोक लगा दिया गया है, जिसके चलते मुख्य शाखा से धनराशि भुगतान के लिए नहीं उपलब्ध हो पा रही है।

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खाताधारकों ने दस दस रुपये अभिकर्ताओं के जरिये सेक्टर आफिस सहारा इंडिया में इसलिये जमा किये थे। उतरौला के सहारा इंडिया सेक्टर आफिस ने लाखों खाता धारकों की जमा पूंजी को समय से भुगतान करने में अपने हाथ खड़े कर लिये। जिसके चलते कई लाख खाता धारक सहारा बैंक का रोज चक्कर लगा रहे हैं।

खाता धारक संतोष कुमार श्रीवास्तव ने  बताया कि उनका चौवन हजार रुपये का सालों से भुगतान नही हो रहा है। वहीं खाताधारक कन्हैया प्रसाद ने बताया कि उनका लाखों रुपये बैंक में फंसा है। इसी तरह हजारों खाताधारकों का भुगतान न होने से बैंक का चक्कर लगा रहे हैं। शाखा से जुड़े दर्जनो अभिकर्ता भी अपने खाताधारकों को भुगतान दिला पाने में असहाय साबित हैं।

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इस सम्बंध में सेक्टर वर्कर तिलकराम जायसवाल ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि उच्चतम न्यायालय ने यूनिट हेड की सारी अचल सम्पत्तियों के विक्रय पर रोक लगा दी है। उन्होंने बताया कि अप्रैल माह के प्रथम सप्ताह में उच्चतम न्यायालय के द्वारा प्रतिबन्ध हट जाने के बाद हेड आफिस से पैसा आना शुरू हो जाएगा और भुगतान भी शुरू कर दिया जा सकेगा। 










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