आजमगढ़: ग्रामीणों ने गांव में प्रत्याशियों के प्रवेश पर लगाई रोक, वोटिंग का भी बहिष्कार, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

आजमगढ़ के एक गांव के ग्रामीणों ने चुनाव के दौरान किसी भी प्रत्याशी को अपने गांव के अंदर न घुसने की बात कही है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने आम चुनाव में मतदान का भी बहिष्कार किया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



आजमगढ़: लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच आजमगढ़ के एक गांव के लोगों ने बड़ा फैसला लिया है। ग्रामीणों ने चुनाव के दौरान किसी भी प्रत्याशी को अपने गांव के अंदर न घुसने की बात कही है। इसके साथ ही इस गांव के लोगों ने आम चुनाव में मतदान का भी बहिष्कार किया है। 

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डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के मुताबिक यह मामला आजमगढ़ जिले की रानी की सराय ब्लॉक के मझगाँवा गांव का है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि किसी भी पार्टी का प्रत्याशी के वे अपने गांव में नहीं घुसने देंगे।  क्योंकि गांव की सड़क खस्ताहाल है और सड़क बनने के बाद ही वह किसी प्रत्याशी को अपने गांव में घुसने देंगे और मतदान करेंगे।

मझगाँवा गांव के ग्रामीणों ने गांव के बाहर एक बोर्ड लगा रखा है। इस बोर्ड पर ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ लिखा हुआ है।

दरसअल इस गांव की सड़क काफी बदहाल है और इस संबंध में ग्रामीण जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार भी लगा चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक इस गांव के बदहाल सड़क की किसी ने भी सुध नही ली। 

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आक्रोशित ग्रामीणों ने गांव के बाहर बोर्ड लगा दिया कि रोड नहीं तो वोट नहीं। इतना ही नहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि जब तक गांव की सड़क सही नहीं हो जाती हैं तब तक वह किसी भी पार्टी के जन प्रतिनिधि को गांव में घुसने नहीं देंगे।

ग्रामीणों का आरोप है कि इसी जर्जर रोड से स्कूल की छात्र-छात्राएं आते जाते हैं। अगर गांव में कोई बीमार पड़ जाए और हॉस्पिटल जाना हो तो इस जर्जर रोड पर घंटे सफर करना पड़ता है। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने कहा कि इस जर्जर सड़क पर कई लोग गिर के चोटिल भी हो चुके हैं।










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