भाजपा में पद से हटाए जाने के बाद अनुपम हाजरा का दावा शर्तों के साथ मिला वापसी का प्रस्ताव

डीएन ब्यूरो

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव पद से हटाए जाने के कुछ घंटों बाद अनुपम हाजरा ने सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में जोर देकर कहा कि उन्हें कुछ शर्तों पर अमल करने के बाद पार्टी में फिर से जगह देने का संदेश प्राप्त हुआ है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

अनुपम हाजरा
अनुपम हाजरा


कोलकाता:  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव पद से हटाए जाने के कुछ घंटों बाद अनुपम हाजरा ने सोशल मीडिया पर जारी एक पोस्ट में जोर देकर कहा कि उन्हें कुछ शर्तों पर अमल करने के बाद पार्टी में फिर से जगह देने का संदेश प्राप्त हुआ है।

भाजपा की बंगाल इकाई के प्रति आलोचनात्मक रवैया रखने वाले हाजरा पिछले दो वर्षों से राज्य में पार्टी के फैसले और नीतियों के खिलाफ असहमति जताते आ रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक हाजरा ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘मुझे पद से हटाए जाने के तीन घंटे बाद एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें जिक्र किया गया था कि अगर मैं कुछ शर्तों पर अमल करता हूं तो सब चीजें सामान्य हो जाएंगी।’’

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हाजरा ने संवाददाताओं से कहा,‘‘मैं दो दिनों के अवकाश पर हिमालय की ओर जा रहा हूं। तीसरे दिन वापस आकर मैं अपने विचार व्यक्त करूंगा।’’

आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर पार्टी की तैयारियों का आकलन करने के लिए भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य का एक दिवसीय दौरा किया था, जिसके कुछ घंटों बाद बीती देर रात (मंगलवार को) हाजरा को उनके पद से हटाए जाने का फैसला लिया गया था।

शाह और नड्डा की अध्यक्षता में हुई संगठनात्मक बैठकों में हाजरा नदारद रहे थे। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि उन्हें इन बैठकों के लिए आमंत्रित किया गया था या नहीं।

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हाजरा 2019 में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्हें उनकी पुरानी पार्टी का इस मुद्दे पर समर्थन मिला है। तृणमूल कांग्रेस सांसद शताब्दी रॉय ने कहा, “उन्होंने बंगाल भाजपा के भीतर भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन को उजागर करके सही काम किया। ’’

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि फैसला केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है।

 










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