शारीरिक शिक्षकों की भर्ती पर लगी रोक से नाराज बीपीएड डिग्री धारकों ने उठाया ‘योग दिवस’ मनाये जाने पर सवाल

यूपी के सरकारी विद्यालयों में शारीरिक शिक्षकों की भर्ती पर लगाई गई रोक को हटाये जाने और फिर से बीपीएड डिग्री धारकों की नियुक्ति की मांग को लेकर बीपीएड डिग्री धारक लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में आमरण अनशन पर बैठे हैं।

Updated : 18 June 2017, 5:42 PM IST
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लखनऊ: बीपीएड डिग्री धारकों द्वारा किये गये लम्बे संघर्ष के बाद सूबे की पूर्व अखिलेश सरकार ने 32 हजार पदों पर शारीरिक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी लेकिन यूपी की नई योगी सरकार ने बीते 23 मार्च को भर्तियों की समीक्षा करने के नाम पर इस पर भी रोक लगा दी। योगी सरकार के इस फैसले से बेरोजगार बीपीएड डिग्री धारकों में सरकार के इस फैसलें को लेकर रोष है।

बीपीएड डिग्री धारकों ने उठया योग दिवस मनाए जाने पर सवाल

यूपी बीपीएड संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष धीरेन्द्र यादव ने बताया की एक ओर केंद्र और यूपी सरकार योग का प्रचार-प्रसार करने के लिये 21 जून को योग दिवस मना रही है तो वहीं दूसरी ओर यूपी के लाखों योग प्रशिक्षक रोजी-रोटी के लिये अनशन पर बैठने को मजबूर हैं।

योगी सरकार पर लगाया भेदभाव करने का आरोप

यूपी बीपीएड संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष धीरेन्द्र यादव ने कहा की यूपी मे सन् 2004 से ही सरकारी प्राथमिक विद्यालयों मे शारीरिक शिक्षा एक अनिवार्य विषय के रूप में लागू किया गया है लेकिन बीपीएड शिक्षकों की भर्ती पर लगी रोक सरकार की खेल विरोधी मानसिकता को दर्शाती है। उन्होनें यह भी कहा की जब तक शारीरिक शिक्षकों की भर्ती पर से लगी रोक को नहीं हटाया जाता। तब तक वे सरकार के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।

Published : 
  • 18 June 2017, 5:42 PM IST

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