अमेठी: वन विभाग की शह पर काटे जा रहे आम के हरे भरे पेड़.. जिम्मेदार मौन

डीएन संवाददाता

जहां एक ओर सूबे की भाजपा सरकार फलदार वृक्ष लगाकर पर्यावरण को बचाने के की जद्दोजहद में जुटी हुई है वहीं दूसरी ओर जिले के ठेकेदार आम, नींम, महुआ जैसे फलदार पेड़ों को औने पौने दामों पर खरीद कर काट रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें पूरी खबर..

पेड़ से लोड ट्रैक्टर-ट्राली
पेड़ से लोड ट्रैक्टर-ट्राली


अमेठी: कोतवाली जगदीशपुर अंतर्गत ग्राम चौधीपुर का है जहां आम के हरे पेड़ को ठेकेदार कटवा कर ट्राली में लदवा रहे थे, जब डाइनामाइट न्यूज़ की टीम मौके पर पहुंचकर फोटो खींचने लगी तो ठेकेदार मना करने लगा, जब परमिट दिखाने को कहा गया तो वह बोला परमिट नहीं है, मैं थाने व वन विभाग को पैसा देकर पेड़ कटवा रहा हूं।

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कटान से कुछ दूरी पर मौजूद पुलिस की डॉयल 100 की गाड़ी

जहां पर पेड़ काटे जा रहे थे, उससे कुछ ही दूरी पर पुलिस की डायल 100 गाड़ी खड़ी थी जिससे पुलिस की मिलीभगत उजागर होती है। पुलिस की डायल 100 की मौजूदगी में कट रहे आम के हरे वृक्ष पुलिसिया भ्रष्टाचार की कहानी खुद बयां कर रहे हैं। इस बारे में जब जगदीशपुर कोतवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त मामला मेरे संज्ञान में नहीं है मैं अभी पता करवाता हूं।

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सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि पुलिस की डायल हंड्रेड मौके पर मौजूद है और कोतवाल के संज्ञान में मामला न हो यह बात गले के नीचे नही उतरती। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि पुलिस व वन विभाग की मिलीभगत के चलते जिले भर में आम, नीम, महुआ जैसे फलदार वृक्ष काटे जा रहे हैं। 










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