आखिर कैसे नेपाल के सत्तारूढ़ गठबंधन की बैठक को इस समझौते के बिना संपन्न किया
नेपाल के सत्तारूढ़ गठबंधन के शीर्ष नेताओं ने सत्ता-साझाकरण व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को मुलाकात की, लेकिन समझौते पर सहमति नहीं बन पायी। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
काठमांडू: नेपाल के सत्तारूढ़ गठबंधन के शीर्ष नेताओं ने सत्ता-साझाकरण व्यवस्था पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को मुलाकात की, लेकिन समझौते पर सहमति नहीं बन पायी। पार्टी के एक पदाधिकारी ने यह जानकारी दी।
बालूवटार में प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर बैठक के दौरान प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट के अध्यक्ष माधव कुमार नेपाल और नेपाल समाजवादी पार्टी के नेता डॉ. बाबूराम भट्टाराई ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
सीपीएन-माओवादी सेंटर के सचिव गणेश शाह ने कहा कि बैठक के दौरान मुख्य रूप से सत्ता में हिस्सेदारी, मंत्रिमंडल विस्तार और सत्ताधारी गठबंधन के न्यूनतम साझा कार्यक्रम से संबंधित मामले प्रमुख रहे।
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बैठक के दौरान लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष महंत ठाकुर, जनमत पार्टी के प्रमुख डॉ. सी.के. राउत, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी की अध्यक्ष रंजीता श्रेष्ठ, राष्ट्रीय जनमोर्चा की अध्यक्ष चित्रा बहादुर केसी भी उपस्थित रहीं।
शाह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “बैठक के दौरान सत्ताधारी दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री प्रचंड द्वारा पेश साझा कार्यक्रम पर सहमति जताई।”
शाह के मुताबिक, हालांकि सत्ता बंटवारे को लेकर कोई समझौता नहीं हो सका, लेकिन वे जल्द से जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार करने पर सहमत हो गए हैं।
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उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं ने सत्ता बंटवारे के समझौते को अंतिम रूप देने के लिए बुधवार सुबह फिर से बैठक करने का फैसला किया है।