Afghanistan Crisis: तालिबानी खतरे से कैसे निपटेगा भारत, जानिए क्या कहा CDS जनरल बिपिन रावत ने
तालिबान और अफगानिस्तान के हालात के बीच भारत इस तालिबानी खतरे से निपटने के लिए तैयार है। जानिए इस बारे में क्या कहा CDS जनरल बिपिन रावत ने। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
नई दिल्लीः भारत की तरफ से पहली बार तालिबान और अफगानिस्तान के हालात को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को कहा कि तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान से किसी भी संभावित आतंकवादी गतिविधि के भारत की तरफ आने पर सख्ती से निपटा जाएगा। उन्होंने इसके साथ ही सुझाव दिया कि 'क्वाड राष्ट्रों' को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध में सहयोग बढ़ाना चाहिए।
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सीडीएस जनरल बिपिन रावत बुधवार को राजधानी दिल्ली में ओआरएफ द्वारा आयोजित वेबिनार में बोल रहे थे। इस वेबिनार का थीम था 'इंडो यूएस पार्टनरशिप: सिक्योरिंग 21स्ट सेंचुरी'। इस दौरान अमेरिका की इंडो-पैसेफिक कमान के कमांडर, एडमिरल जॉन सी एक्यूनिलो भी मौजूद थे। जनरल रावत ने कहा कि हमें इस बात का अंदेशा था कि अफगानिस्तान में तालिबान आने वाला है, लेकिन इतनी जल्दी आ जाएगा इसकी उम्मीद नहीं थी। हमें कुछ महीनों बाद आने की आशंका थी।
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जनरल रावत ने कहा कि भारत क्षेत्र में आतंकवाद मुक्त माहौल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, ''जहां तक अफगानिस्तान का सवाल है, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां से भारत पहुंचने वाली किसी भी गतिविधि से उसी तरह निपटा जाए जैसे हम अपने देश में आतंकवाद से निपट रहे हैं। भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया 'क्वाड का हिस्सा हैं।