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यश दयाल की बढ़ीं मुश्किलें, दुष्कर्म के आरोप के चलते हुए बैन; इस टी20 लीग से हुए बाहर

भारतीय तेज गेंदबाज यश दयाल पर दुष्कर्म के गंभीर आरोप लगने के बाद उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जयपुर में एक नाबालिग द्वारा दर्ज एफआईआर के बाद यूपी क्रिकेट एसोसिएशन ने उन्हें 2025 यूपीटी20 लीग से बैन कर दिया है। यश दयाल के खिलाफ पहले गाजियाबाद और फिर जयपुर में केस दर्ज हुआ, और अब अदालत की अगली सुनवाई 22 अगस्त को होगी। इन घटनाओं ने उनके क्रिकेट करियर को बड़ा झटका दिया है।
Post Published By: Mrinal Pathak
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यश दयाल की बढ़ीं मुश्किलें, दुष्कर्म के आरोप के चलते हुए बैन; इस टी20 लीग से हुए बाहर

New Delhi: भारत के तेज गेंदबाज यश दयाल इन दिनों अपने करियर के सबसे कठिन दौर से गुजर रहे हैं। इस युवा खिलाड़ी पर अब कानूनी आरोपों और प्रशासनिक प्रतिबंधों का दबाव बढ़ता जा रहा है। इसके चलते न केवल उनकी आईपीएल की चमक फीकी पड़ गई है, बल्कि आगामी यूपी टी20 लीग से भी उन्हें दूर रखा गया है।

कानून के घेरे में युवा खिलाड़ी

यश दयाल के खिलाफ सबसे पहले गाजियाबाद में एक महिला ने आरोप लगाए कि उन्होंने उसे शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया। इसके बाद जयपुर में एक 17 वर्षीय नाबालिग लड़की ने यश पर दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। जयपुर पुलिस ने POCSO अधिनियम के तहत FIR दर्ज की, जिससे यह मामला और भी संवेदनशील और गंभीर हो गया।

क्रिकेट-करियर पर लगा ग्रहण

इन आरोपों और अदालती आदेशों के चलते UP क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) ने यश दयाल को 2025 की यूपी टी20 लीग से भी निलंबित कर दिया है। गोरखपुर लायंस ने उन्हें 7 लाख रुपये में खरीदा था, लेकिन अब वह लीग में खेलने की स्थिति में नहीं हैं। इससे उनके खेल करियर को गहरा झटका लगा है।

अदालतों में राहत नहीं

गाजियाबाद केस में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यश की गिरफ्तारी पर अंतरिम रूप से रोक लगा दी थी, जिससे थोड़ी राहत मिली थी। लेकिन अगर जयपुर केस की बात करें, तो राजस्थान हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। यश दयाल की ओर से अग्रिम जमानत की याचिका पर अगली सुनवाई अब 22 अगस्त को होगी और तब तक उनकी कानूनी मुश्किलें जारी रहेंगी।

करियर को कैसे संभालेंगे?

यश दयाल ने हाल ही में IPL 2025 में RCB की ओर से भाग लिया था और शानदार गेंदबाजी करते हुए टीम को चैंपियन बनने में मदद की थी। लेकिन अब कानूनी अटकलों और प्रतिबंधों के चलते उनकी गेंदबाजी की चमक फीकी पड़ती दिख रही है। कुछ साल पहले तक चमकते तेज गेंदबाज को अब न्यायालय और क्रिकेट बोर्ड की दांव-पेंच में संतुलन बनाना पड़ रहा है।

यश दयाल का भविष्य अब पूरी तरह से अगले कानूनी दिनों पर निर्भर है। कोर्ट उनका पक्ष लेती है या नहीं, यह तय करेगा कि उन्हें क्रिकेट मैदान पर फिर वापसी मिलती है या नहीं। फिलहाल, उनके लिए सबसे बड़ा संघर्ष न्यायालय में चल रहा है। खिलाड़ियों की छवि और अधिकार, दोनों एक साथ दांव पर लगे हैं।

 

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