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WPL 2026 का पहला मेगा ऑक्शन 27 नवंबर को दिल्ली में दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा, जिसमें कुल 277 खिलाड़ियों पर बोली लगेगी। पांचों टीमों के पास मिलाकर 40.6 करोड़ रुपये बचे हैं और सबसे ज्यादा राशि यूपी वॉरियर्स के पर्स में है। जानिये निलामी के बारे में सबकुछ
WPL 2026 मेगा ऑक्शन (Img: Google)
New Delhi: वीमेंस प्रीमियर लीग (WPL) 2026 का बहुप्रतीक्षित मेगा ऑक्शन 27 नवंबर को दिल्ली में आयोजित होने जा रहा है, जो महिला क्रिकेट के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा नीलामी कार्यक्रम माना जा रहा है। यह पहला मौका है जब WPL में एक विशाल मेगा ऑक्शन होगा, क्योंकि इस बार सभी पांच फ्रेंचाइजियों ने मिलकर केवल 17 खिलाड़ियों को ही रिटेन किया है। इसका मतलब है कि टीमों के पास बड़ी संख्या में स्लॉट खाली हैं और 277 खिलाड़ियों पर बोली लगाई जाएगी, जिनमें 194 भारतीय और 83 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस नीलामी में खिलाड़ियों पर पैसों की जमकर बारिश होने वाली है। स्मृति मंधाना, जिन्हें 2023 में RCB ने 3.4 करोड़ रुपये में खरीदा था, अभी तक WPL इतिहास की सबसे महंगी खिलाड़ी हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार किसी खिलाड़ी पर बोली 3 करोड़ के पार जाती है या नहीं, क्योंकि फ्रैंचाइजियों के पास इस बार बड़े फैसले लेने का मौका है।
WPL 2026 मेगा ऑक्शन भारतीय समयानुसार दोपहर 3:30 बजे शुरू होगा। नीलामी की लाइव स्ट्रीमिंग जियोहॉटस्टार ऐप और वेबसाइट पर देखी जा सकेगी, जबकि टीवी पर इसका सीधा प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क द्वारा किया जाएगा। जो लोग खिलाड़ियों की बोली, टीम संयोजन और रणनीतिक फैसलों में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह नीलामी काफी रोमांचक होने वाली है। नीलामी में बड़ी संख्या में खिलाड़ी उपलब्ध होने और स्लॉट खाली होने के कारण यह उम्मीद की जा रही है कि कई युवा खिलाड़ियों को भी बड़ा मौका मिल सकता है।
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फ्रेंचाइजियों के पर्स की बात करें तो कुल 40.6 करोड़ रुपये अभी भी टीमों के पास मौजूद हैं, हालांकि प्रत्येक टीम का पर्स रिटेन खिलाड़ियों के बाद अलग-अलग रह गया है। यूपी वॉरियर्स इस सूची में सबसे ऊपर है, जिसके पास 14.5 करोड़ रुपये बचे हैं क्योंकि उसने केवल एक खिलाड़ी को रिटेन किया था। गुजरात जायंट्स के पास 9 करोड़ रुपये हैं और उसके सबसे ज्यादा स्लॉट खाली हैं, जिसके चलते टीम बड़े स्तर पर बदलाव कर सकती है। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के पास 6.15 करोड़, मुंबई इंडियंस के पास 5.75 करोड़ और दिल्ली कैपिटल्स के पास 5.7 करोड़ रुपये बचे हैं, जिससे यह साफ होता है कि सभी टीमों के पास अपनी जरूरतों के अनुसार एक मजबूत स्क्वाड तैयार करने का पर्याप्त बजट उपलब्ध है।