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महिला विश्व कप का फाइनल 2 नवंबर को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा। मौसम रिपोर्ट के अनुसार, मैच के दौरान बारिश बाधा बन सकती है, जबकि शाम को तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की उम्मीद है।
टीम इंडिया (Img: BCCI Women-X)
Mumbai: महिला विश्व कप का फाइनल मुकाबला 2 नवंबर को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए ऐतिहासिक होने वाला है। भारतीय टीम पहली बार विश्व कप खिताब जीतने के इरादे से मैदान पर उतरेगी, वहीं दक्षिण अफ्रीका अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखना चाहेगी।
लीग चरण में जब दोनों टीमें आमने-सामने आई थीं, तब मुकाबला आखिरी ओवर तक गया था। रोमांच से भरे उस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 3 विकेट से हराया था। अब फाइनल में भारतीय टीम उसी हार का बदला लेने के लिए पूरी ताकत झोंक देगी। हालांकि, खेल में बारिश दखल देगी।
So....what's the word for the Final 🤔
Let's hear it from the #TeamIndia support staff and Captain Harmanpreet Kaur 😎 - By @mihirlee_58 #WomenInBlue | #CWC25 | #INDvSA | @ImHarmanpreet pic.twitter.com/uotEsXZpkN
— BCCI Women (@BCCIWomen) November 2, 2025
फाइनल मुकाबले से पहले मौसम चिंता का विषय बन गया है। मौसम विभाग और एक्यूवेदर की रिपोर्ट के अनुसार, 2 नवंबर को नवी मुंबई में बारिश की संभावना बनी हुई है। दोपहर और शाम के समय बादल छाए रह सकते हैं, और शाम 4 से 7 बजे के बीच 50 प्रतिशत से अधिक बारिश होने का अनुमान है। इसका मतलब है कि मैच में रुकावटें आ सकती हैं या ओवर घटाए जा सकते हैं। हालांकि, डीवाई पाटिल स्टेडियम में ड्रेनेज सिस्टम काफी अच्छा है, इसलिए हल्की बारिश के बाद खेल जल्द शुरू किया जा सकता है।
शाम के समय तापमान करीब 25 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की उम्मीद है। इसके साथ ही नमी का स्तर भी काफी ज्यादा रहेगा, जो खिलाड़ियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उच्च नमी के कारण गेंदबाजों को गेंद पर ग्रिप बनाने में दिक्कत आ सकती है, जबकि बल्लेबाजों के लिए पिच कुछ धीमी हो सकती है।
दूसरी पारी में ओस का असर देखने को मिल सकता है, जिससे गेंदबाजों के लिए लाइन-लेंथ बनाए रखना मुश्किल होगा। यही कारण है कि टॉस फाइनल में अहम भूमिका निभा सकता है, जो टीम टॉस जीतेगी, वह पहले गेंदबाजी करने का फैसला ले सकती है ताकि दूसरी पारी में ओस का फायदा उठाया जा सके।
डीवाई पाटिल स्टेडियम इस विश्व कप में अब तक चार मुकाबलों की मेजबानी कर चुका है। इन मैचों में रन बनाना बल्लेबाजों के लिए आसान साबित हुआ है। उदाहरण के तौर पर, श्रीलंका ने बांग्लादेश के खिलाफ 203 रनों का सफल बचाव किया था। भारत ने न्यूजीलैंड को इसी मैदान पर 53 रनों से हराया था। हालांकि भारत-बांग्लादेश का मैच बारिश के कारण रद्द करना पड़ा।
सबसे यादगार मुकाबला तब हुआ जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 339 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, यह महिला वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा सफल रन चेज़ था।
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इन आंकड़ों को देखते हुए, फाइनल मुकाबला भी हाई-स्कोरिंग हो सकता है। अगर मौसम ने ज्यादा खलल नहीं डाला, तो दोनों टीमों के बीच 270-300 रनों का स्कोर देखने की पूरी उम्मीद है।
नवी मुंबई का मौसम फाइनल में थोड़ी बाधा जरूर डाल सकता है, लेकिन दर्शकों को एक यादगार और रोमांचक मुकाबला देखने को मिल सकता है। भारत के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका है, जबकि दक्षिण अफ्रीका खिताब पर कब्जा जमाने के लिए पूरी तरह तैयार है। सबकी निगाहें अब डीवाई पाटिल स्टेडियम पर टिकी हैं, जहां मौसम, रणनीति और जज़्बा, तीनों मिलकर तय करेंगे कि नई विश्व चैंपियन कौन बनेगी।