हिंदी
भारतीय टीम 2025 महिला विश्व कप के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इतिहास रचने उतर रही है। इस मैच में इंडिया की जीत की राह मुश्किल नहीं है, लेकिन उन्हें कुछ चीजों का ख्याल रखना ज़रूरी है, तभी वह अपना पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का खिताब जीत पाएंगी।
भारत बनाम साउथ अफ्रीका (Img: BCCI Women- X)
Mumbai: भारतीय क्रिकेट में 2 नवंबर, 2025 एक यादगार दिन बन सकता है। इस दिन भारत और दक्षिण अफ्रीका महिला टीम 2025 महिला विश्व कप के फाइनल में आमने-सामने होंगी। चाहे जीत किसी की भी हो, इस बार महिला वनडे क्रिकेट में एक नया चैंपियन उभरेगा, क्योंकि न तो भारत और न ही दक्षिण अफ्रीका ने अब तक विश्व कप का खिताब जीता है। दोनों टीमें इस टूर्नामेंट में जबरदस्त फॉर्म में हैं, और फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक होने की संभावना है।
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये भी है कि भारतीय टीम को ऐसा क्या करना होगा, जिससे वह अपना पहला महिला वनडे वर्ल्ड कप जीत सके? तो आज हम इस लेख में इसी बारे में जानेंगे कि टीम इंडिया को किन तीन चीज़ पर काम करना ज़्यादा ज़रूरी है...
📍 Navi Mumbai
The #WomenInBlue are Geared 🆙 for the #CWC25 Final!#TeamIndia | @ImHarmanpreet pic.twitter.com/fnGRS1cNXm
— BCCI Women (@BCCIWomen) November 1, 2025
सेमीफाइनल में भारतीय टीम की फील्डिंग में कई कमियां नजर आईं। कई आसान कैच टपक गए और विकेटकीपर ऋचा घोष ने एक आसान स्टंपिंग भी मिस कर दी। कुल मिलाकर, टीम ने दो कैच छोड़े, एक स्टंपिंग मिस की और ओवरथ्रो के कारण आठ रन गंवाए। फाइनल में भारत के लिए यह बेहद ज़रूरी है कि वे क्षेत्ररक्षण में सुधार करें। बेहतर फील्डिंग से टीम विपक्षी बल्लेबाजों को जल्दी आउट कर सकेगी और मैच पर अपना नियंत्रण बनाए रखेगी।
यह भी पढ़ें- IND A vs SA A: ऋषभ पंत ने कमबैक में मचाया तहलका, ऐसे बचाई टीम इंडिया की लाज
दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी बल्लेबाज लॉरा वोल्वार्ड्ट इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी रन मशीन हैं। उन्होंने आठ मैचों में कुल 470 रन बनाए हैं और भारत के खिलाफ लीग चरण में 70 रनों की पारी खेली थी। पिछले तीन ICC टूर्नामेंट्स में भी वोल्वार्ड्ट दक्षिण अफ्रीका की प्रमुख रन स्कोरर रही हैं। अगर भारत टीम उन्हें जल्दी आउट करने में सफल रहती है, तो उनके फाइनल जीतने की संभावना दोगुनी हो जाएगी।
सेमीफाइनल में स्मृति मंधाना और प्रतीक रावल ओपनिंग कर रही थीं, लेकिन दुर्भाग्य से प्रतीक चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। उनकी जगह अब शेफाली वर्मा को शामिल किया गया है। वर्मा अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए जानी जाती हैं, लेकिन उन्हें प्रतीक रावल की रनों की कमी को पूरा करना होगा। रावल ने टूर्नामेंट में 51.33 की औसत से 308 रन बनाए थे। अगर शेफाली और मंधाना की ओपनिंग साझेदारी मजबूत रही, तो भारतीय टीम को बड़े स्कोर की नींव रखने में मदद मिलेगी और फाइनल में दबदबा बनाया जा सकता है।
यह भी पढ़ें- IPL 2026 में दिखेगा MS धोनी का जलवा या नहीं? ऑक्शन से पहले खुल गया राज
फाइनल मुकाबले से पहले इन तीन पहलुओं, ओपनिंग साझेदारी, विकेट को बचाना और विपक्षी टीम को जल्द आउट करने पर भी टीम इंडिया का ध्यान देना होगा। इन कमियों को दूर कर टीम इंडिया अपने पहले महिला विश्व कप खिताब की दिशा में बड़ा कदम बढ़ा सकती है।