

आयरलैंड और ज़िम्बाब्वे की राष्ट्रीय टीमों का प्रतिनिधित्व कर चुके सलामी बल्लेबाज़ पीटर मूर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। उन्होंने दो देशों के लिए खेलते हुए कुल 85 मुकाबलों में हिस्सा लिया।
पीटर मूर (सोर्स-गूगल)
New Delhi: आयरलैंड क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज पीटर मूर ने 34 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। मूर का करियर खास इसलिए भी रहा क्योंकि उन्होंने दो अलग-अलग देशों ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला। ये उपलब्धि बहुत कम खिलाड़ियों को नसीब होती है।
अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत
हरारे में जन्मे पीटर मूर ने अपना अंतरराष्ट्रीय करियर ज़िम्बाब्वे के साथ शुरू किया था। उनका डेब्यू 26 नवंबर 2014 को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैच से हुआ था। इसके बाद उन्होंने 2016 में ज़िम्बाब्वे के लिए टेस्ट और टी20 क्रिकेट में पदार्पण किया। अपनी बल्लेबाज़ी और विकेटकीपिंग के दम पर मूर जल्द ही ज़िम्बाब्वे टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए और 2019 में उन्हें उपकप्तान की जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
करियर के मोड़ पर नया रास्ता चुना
हालांकि करियर के मोड़ पर उन्होंने एक नया रास्ता चुना और आयरिश पासपोर्ट मिलने के बाद आयरलैंड क्रिकेट टीम में शामिल हो गए। उन्होंने 2023 में ढाका में आयरलैंड के लिए टेस्ट डेब्यू किया। दिलचस्प बात यह है कि उन्होंने अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मुकाबला भी उसी देश (ज़िम्बाब्वे) के खिलाफ खेला, जिसके लिए उन्होंने करियर की शुरुआत की थी।
10 फरवरी 2025 को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में मूर ने 34 रन (4 और 30 रन की दो पारियां) बनाए। वह आयरलैंड के लिए सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में खेले जबकि ज़िम्बाब्वे के लिए उन्होंने तीनों फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) में प्रतिनिधित्व किया।
आयरलैंड क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज पीटर मूर (सोर्स-गूगल)
अंतरराष्ट्रीय करियर के आंकड़े
पीटर मूर ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 15 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 734 रन बनाए और 6 अर्धशतक लगाए। वनडे फॉर्मेट में उन्होंने 49 मुकाबलों में भाग लिया, जिसमें उनके नाम 827 रन दर्ज हैं और इसमें उन्होंने 4 अर्धशतक लगाए। वहीं टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने कुल 21 मैच खेले और 364 रन बनाए, जिसमें 1 अर्धशतक शामिल है।
हालांकि मूर कोई अंतरराष्ट्रीय शतक नहीं बना सके, लेकिन उनकी कंसिस्टेंसी और तकनीकी दक्षता ने उन्हें एक भरोसेमंद खिलाड़ी बनाया। वह विशेष रूप से विकेट के पीछे की भूमिका और टॉप ऑर्डर में स्थिरता के लिए जाने जाते रहे।
संन्यास की घोषणा करते हुए मूर ने अपने सभी टीममेट्स, कोचों और प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि अब वह कोचिंग या क्रिकेट से जुड़े अन्य क्षेत्रों में भविष्य की भूमिका तलाशेंगे।